खाना… दिनभर की सारी टेंशन को मिनटों में फ़ुर्र करे एक प्लेट खाना. रोते हुए को भी हंसा दे एक प्लेट स्वादिष्ट खाना. मतलब अगर अच्छा खाना मिल जाए तो पेट ही नहीं, मन, प्राण, आत्मा सभी प्रसन्न हो जाते हैं.


कोई कितना बड़ा फ़ूडी क्यों न हो पर कई बार अकेले खाना रास नहीं आता है और मजबूरी में इंसान को अकेले खाना पड़ता है. जैसे की सोलो ट्रिप, दूसरे शहर में मीटिंग आदि में.  

प्रकाश माल्या, Intel India के Sales and Marketing Group के MD मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित ट्रिडेंट होटल के एक रेस्ट्रॉ में खाने के लिए रुके. प्रकाश को अकेले बैठा देख, कंपनी के लिए स्टाफ़ ने Antonio को भेजा.


प्रकाश ने ट्वीट करके रेस्ट्रॉ की तारीफ़ की  

‘होटल स्टाफ़ ने इसे मेरे टेबल पर छोड़ा क्योंकि मैं अकेले खा रहा था. मैंने काफ़ी ट्रैवल किया है और ऐसा कभी नहीं हुआ है.’ 

प्रकाश के ट्वीट को 2.1K Retweets और 12.1K Likes मिल चुके हैं.  

प्रकाश के ट्वीट पर ट्विटर की प्रतिक्रिया- 

होटल ने भी प्रकाश के ट्वीट का जवाब दिया,


‘आपके शब्दों के लिए धन्यवाद. कृपया दोबारा ज़रूर आएं.’