World Earth Day 2022: दुनिया भर में हर साल 22 अप्रैल को वर्ल्ड अर्थ डे (World Earth Day) मनाया जाता है. इस दिन को ख़ासतौर पर ‘पर्यावरण संरक्षण’ के लिए ही समर्पित किया गया है. रोज़ मर्रा की ज़िंदगी में इंसान कई तरह से अपने आस-पास के जन-जीवन और पर्यावरण को प्रभावित करता है. आज इंसान ने अपनी ज़िंदगी को आसान बनाने के लिए जिस कदर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है उसे देख लगता है भविष्य में हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. अगर हम अब भी नहीं जागे तो बहुत देर हो जायेगी और मानव जाति एक बड़े खतरे में पड़ सकती है. आज इंसान की छोटी-छोटी ग़लतियों की वजह से ही पृथ्वी को ‘ग्लोबल वॉर्मिंग’ का सामना करना पड़ रहा है. ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण ही लू, सूखा, बाढ़, तूफ़ान और असमय बारिश जैसी स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं.

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, दुनियाभर में पर्यावरण के गंभीर कारकों की वजह से हर साल करोड़ों लोग मारे जाते हैं, जिनमें 70 लाख से अधिक तो केवल वायु प्रदूषण (Air Pollution) की वजह से जान गंवा देते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए नए आंकड़ों में इस बात की पुष्टि हुई है कि दुनिया भर में रह रहे अधिकतर लोग प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं. इनमें भारत, चीन समेत कई एशियाई देश सबसे आगे हैं. 

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वायु प्रदुषण को रोकने का सबसे नायाब तरीका है अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना. दुनियाभर में हर साल 15 अरब पेड़ काटे जाते हैं. इसके मुक़ाबले पेड़ लगाने की दर बेहद कम है. जबकि फर्नीचर और कागज जैसी सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रति मिनट 100 वर्षावन (पेड़) काटे जाते हैं. अगर भारत की बात करें तो साल 2016 से 2019 की अवधि के बीच भारत में कुल 76.72 लाख पेड़ काटे गये थे. पर्यावरण के हिसाब से ये एक आंकड़ा काफ़ी बड़ा है.

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World Earth Day 2022: आज हम आपके सामने कुछ ऐसे आंकड़े पेश करने जा रहे हैं, जिनसे आपको पता चलेगा कि लकड़ी से बनने वाली और इस्तेमाल की जाने वाली चीज़ों को बनाने के लिए हर दिन कितने पेड़ काटे जाते हैं और ये आंकड़ा चौंकाने वाले हैं. इन फ़ैक्ट्स को पढ़कर आप भी पर्यावरण बचाने की मुहिम को बल देंगे और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे. 

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1- दुनिया में हर साल 300 मिलियन टन कागज का उत्पादन होता है.

2- दुनिया भर में हर साल 14 बिलियन पेंसिलें बनाई जाती हैं. इसके लिए हर साल लगभग 82,000 पेड़ काटे जाते हैं.

3- हर साल टॉयलेट पेपर बनाने के लिए दुनिया भर में लगभग 5 अरब से भी अधिक पेड़ काटे जाते हैं.

4- माचिस की 1 तीली एक बार में 10 लाख पेड़ों को जला सकती है.

5- भारत में हर साल क्रिकेट बैट बनाने के लिए क़रीब 21 लाख पेड़ काटे जाते हैं.

6- अमेरिका में 2 अरब किताबें बनाने के लिए क़रीब 32 मिलियन पेड़ काटे जाते हैं.

7- भारत में साल 2016 से 2019 की अवधि के बीच कुल 76.72 लाख पेड़ काटे गये थे.

8- दुनियाभर में हर साल फ़र्नीचर बनाने के लिए क़रीब 50 करोड़ पेड़ काटे जाते हैं.

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भारत में पेड़-पौधों को बचाने और बढ़ाने के लिए कई तरह के कैंपेन चल रहे हैं. Organic Harvest भी ऐसे ही एक मिशन पर निकला हुआ है. साल 2025 तक 1 मिलियन ट्रीज़ प्लांट करने का. इसके लिए आप Organic Harvest की वेबसाइट चेक कर सकते हैं जिस पर मिलते हैं स्किन केयर, हेयर केयर और बॉडी केयर के लिए 100% प्लांट बेस्ड प्रोडक्ट्स. World Earth Day 2022.