डॉक्टर्स अपने मरीज़ों को ठीक करने में जी-जान लगा देते हैं. यही वजह है कि उन्हें कलियुग के भगवान की भी संज्ञा दी गई है, लेकिन हमारे देश से मीलों दूर कनाडा के डॉक्टर्स ने जो किया है, उसके बारे में जान कर आपके दिल में उनके लिए सम्मान और बढ़ जाएगा.

दरअसल, कनाडा के डॉक्टर्स ने हाल ही में बढ़ाई गई अपनी सैलरी का विरोध करते हुए इसे कम करने का आग्रह किया है. जी हां, वहां के डॉक्टर्स अपना वेतन कम करने की बात कर रहे हैं. उन्होंने सरकार को बाकायदा एक पत्र लिखा है, जिस पर करीब 500 डॉक्टर्स ने साइन किया है.
वो चाहते हैं कि सरकार उनका वेतन न बढ़ा कर, उनके स्टाफ़ जैसे नर्स, कंपाउंडर आदि की सैलरी बढ़ा दे. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि उन्हें तो अच्छी सैलरी मिलती है, लेकिन उनका स्टाफ़ जो मरीज़ की देखभाल करने के लिए तत्पर रहता है, उनका वेतन बहुत कम है. ये वो लोग हैं, जिनके ऊपर काम का सबसे ज़्यादा प्रेशर होता है.

कनाडा के डॉक्टर्स की मांग बिल्कुल सही है, इसका स्वागत किया जाना चाहिये. वहीं बात करें अपने देश की, तो हमारे देश में तो बहुत से ऐसे डाक्टर्स और अस्पताल हैं, जो सिर्फ़ पैसा कमाना चाहते हैं. उन्हें मरीज़ों और स्टाफ़ के मुक़ाबले पैसों की ज़्यादा फ़िक्र रहती है. आये-दिन हम अस्पतालों की कारगुज़ारी की ख़बरें पढ़ते रहते हैं. कभी किसी मरीज़ को ज़्यादा बिल चिपका दिया जाता है, तो कभी ग़लत ऑपरेशन कर दिया जाता है.

यही नहीं, हमारे देश में कई और क्षेत्र ऐसे हैं, जहां कर्मचारियों को अत्यधिक वेतन दिया जाता है और कहीं-कहीं वेतन के नाम पर सिर्फ़ चंद रुपये. कनाडा जैसे विकसित देश से हमारे देश की तुलना करना भले ही ठीक न हो, मगर हमारे सिस्टम में मौजूद इस तरह की ख़ामियों को दूर करने के लिए हम प्रेरणा तो ले ही सकते हैं.