Reddit सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक पति ने अपनी पत्नी के साथ बिताए आख़िरी लम्हों को शेयर किया है. पति ने लिखा है कि कैसे उसने अपनी पत्नी के आख़िरी समय में उसको अस्पताल में अपने डॉग से मिलवाया.

पति ने लिखा कि ‘मेरी पत्नी की कुछ समय पहले एक ख़तरनाक सर्ज़री हुई थी. सर्ज़री के बाद भी सब कुछ ठीक होता नहीं दिख रहा था. उसकी हालत में कोई सुधार नहीं था. वो बोल तो पा रही थी, लेकिन न वह कुछ खा पा रही थी और न ही पी पा रही थी. वो सिर्फ़ IV और हार्ड पेन किलर्स पर ज़िंदा थी. ऐसे में मेरी पत्नी ने मुझसे कहा कि वो अपने इन आख़िरी क्षणों में अपनी डॉग को एक बार और देखना चाहती हैं. मेरी पत्नी हमारी डॉग को अपनी बच्ची की तरह मानती थी.’

‘हमारी डॉग एक ऑस्ट्रेलियन शेफर्ड है, जिसका वज़न 50 पाउंड के आसपास है. अस्पताल में डॉग्स का जाना मना है इसलिए मैंने उसे एक नॉर्मल सूटकेस में रखा. जिसमें वो आराम से आ गई. मैंने उसे सूटकेस में पैक किया और थोड़ी सी ज़िप खोल दी. जब हम अस्पताल के लिए निकल रहे थे, तो मैंने उसे समझाया कि वो अस्पताल में जाकर थोड़ी चेन और खोल देगा ताकि वो अपनी मम्मी को देख सके.’

हैरानी की बात ये रही कि न तो वो भौंकी और न ही वो घबराई, बल्कि जब मैं अस्पताल में एंट्री कर रहा था, तो नर्स ने मुझसे पूछा भी कि सूटकेस में क्या है? तो मैंने कह दिया कि मेरी पत्नी का कुछ सामान है.

जब हम कमरे में पहुंचे, तो मेरी पत्नी सो रही थी. जैसे ही मैंने सूटकेस की चेन खोली. डॉग ने सीथा बेड पर छलांग मारी और वो उसके आसपास घूमने लगी. वो चाहती थी कि उसकी मम्मी को पता चल जाए कि वो आ गई है. तकरीबन 20 से 25 मिनट के बाद जब मेरी पत्नी दर्द कराहते हुए उठी, तो डॉग ने उसे चाटना शुरू कर दिया. साथ ही वो धीरे-धीरे गुर्राने भी लगी. जैसे कि उसे पता हो कि अगर वो भौंकेगी तो सबको पता चल जाएगा. मेरी पत्नी से उसे घंटे भर अपने सीने से लगाए रखा. तभी कमरे में आई एक नर्स ने देख लिया. लेकिन मेरी पत्नी ने उससे रिक्वेस्ट की वो किसी को न बताए. मेरी पत्नी जब दोबारा सो गई, तो मैंने डॉग को फिर से सूटकेस में पैक किया और हम वापस आ गए.

‘कुछ दिनों पहले ही मेरी पत्नी का देहांत हो गया. अब जब भी मैं सूटकेस को छूता हूं, तो उसे लगता है कि हम उसे फिर से देखने के लिए अस्पताल जा रहे हैं.’

Article Source: Goodfullness