एक ग़लती कितनी महंगी पड़ सकती है, उसका जीता-जागता सुबूत है IANS की एक ख़बर का ये टुकड़ा.
IANS के न्यूज़ एजेंसी है और वहां किसी लेखक से ये भूल हो गई. भूल क्या हुई, ये आप पीएम मोदी के नाम के आगे लगे अपशब्द से समझ सकत हैं.
Twitter यूज़र निशांत सक्सेना ने ट्विटर पर ख़बर का Screenshot शेयर किया.
निशांत के Twitter Thread के अनुसार, कुछ देर बाद IANS ने एक एडवाइज़री जारी की और ख़बर को हटा लिया था.
Then
NEWS ADVISORY: STORY KILL (19:00)Attention Editors: IANS is withdrawing a story “Cabinet approves scheme on remunerative crop prices” which moved at 1756 hours. It contains inaccuracies. Please guard against its publication. A substitute version has moved at 1844 hours.— Nishant Saxena (@nishant9717) September 13, 2018
Twitter Thread में ये भी कहा गया कि IANS के एक ब्यूरो चीफ़ ने रिज़ाइन कर दिया है, एक अन्य व्यक्ति को भी निलंबित किया जाएगा. ख़बर किसने फ़ाइल की है, इसकी जांच करने के लिए सीसीटीवी फ़ुटेज को भी चेक किया जा रहा है.
Reportedly, One bureau chief in IANS has resigned and one more is to be sacked. They have still not able to locate who has filed the story or edited it.
CCTV camera being checked to identify the person. People are very afraid. I hope BJP reporter of IANS is not in trouble.— Nishant Saxena (@nishant9717) September 13, 2018
पॉलिटकल ब्यूरो चीफ़ ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है. न्यूज़लॉनड्री की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मैनेजिंग एडिटर हरदेव सनोत्रा की ओर से प्रेस रिलीज़ भी जारी की गई जिसमें IANS की ओर से प्रधानमंत्री के लिए इस्तेमाल किए गए अपशब्द के लिए माफ़ी मांगी गई.
प्रेस रिलीज़ में IANS ने लिखा ‘प्रधानमंत्री के लिए इस्तेमाल की गई असंसदीय भाषा का IANS को ख़ेद है. ये माफ़ी लायक ग़लती नहीं है. जैसे ही हमें ग़लती का पता लगा, हमने ख़बर हटा ली. रिपोर्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की जांच चल रही है. एडिटर को Show-Cause नोटिस भी जारी कर दिया गया है. संस्था के 25 साल से भी पुराने इतिहास में ऐसा पहली मर्तबा हुआ है.’
अब ये तो कहना मुश्किल है कि लिखने वाले ने भड़ास निकाली है या, ये ‘Autocorrect’ का किया-धरा है.