अंग्रेज़ी भारत में बोली जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी भाषा है, लेकिन फिर भी बहुत से लोग इसे ठीक से इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं हैं. इंग्लिश भाषा का ज्ञान न होने पर आजकल लोग आपको जज करते हैं. कई बार आपका मज़ाक भी उड़ाते हैं. ट्विटर पर एक IFS ऑफ़िसर ने भी शेयर किया कि कैसे ग्रामीण इलाके से होने के चलते पहले उन्हें इंग्लिश बोलने में परेशानी होती थी. फिर क्या था ट्विटर सेना भी उनके इस ट्वीट पर अपना-अपना दुखड़ा बताने लगी.

IFS ऑफ़िसर परवीन कासवान ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘ग्रामीण क्षेत्र से होने के चलते बोर्ड की परीक्षा में इंग्लिश के पेपर में पास होना मेरे लिए मुश्किल था. इसके बाद जब मैं कॉलेज पहुंचा तो देखा कि मेरे साथ पढ़ने वाले अधिकतर छात्र न सिर्फ़ अच्छी इंग्लिश बोलते हैं, बल्कि अंग्रेज़ी गाने भी सुनते हैं. तब उन्हें देख मैं ख़ुद को लेकर चिंतित हो जाता था. इस बारे में सोच कर आज मुझे हंसी आती है.’ 

उनके इस ट्वीट पर लोग जमकर अपनी-अपनी अंग्रेज़ी से जुड़ी यादें शेयर कर रहे हैं.आप भी देखिए: 

अपने इस ट्वीट पर इंग्लिश को लेकर जो सार्थक बहस छिड़ी उससे परवीन बहुत ख़ुश हुए. उन्होंने लोगों को अपने-अपने अनुभव शेयर करने के लिए धन्यवाद भी कहा.

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