IRCTC पर रेलवे टिकट बुक करने का ख़्याल भी रातों की नींद उड़ाने के लिए काफ़ी है. हालांकि, इसकी सुस्त चाल में पहले से कुछ सुधार ज़रूर हुआ है, लेकिन आज भी इसकी साइट काफ़ी धीमी है.
शायद यही वजह है कि अन्ना यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट एक इंजीनियर युवराजा के दिमाग़ में टिकट बुक करने के लिए एक तेज़ एप बनाने का विचार आया. उसने एक एंड्रॉयड एप बनाया, जो IRCTC से कंफ़र्म टिकट बुक करने में मदद करता है. हालांकि, रेलवे सिस्टम, वेबसाइट को बाईपास करने और गैर कानूनी तरीके से पैसा कमाने के चलते उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है.
दरअसल, तिरुप्पुर जिले के पोठियापलायम के रहने वाले युवराजा ने अन्ना विश्वविद्यालय से बीई (वैमानिकी) और आईआईटी खड़गपुर से एम.टेक (एरोस्पेस) किया है. साल 2016 में उसने एक एंड्रॉयड एप बनाया, जो आईआरसीटीसी से कंफ़र्म टिकट बुक करने में मदद करता है. TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, युवराजा ने ‘सुपर तत्काल’ और ‘सुपर तत्काल प्रो’ रेलवे टिकट बुकिंग एप बनाए थे.
इस एप पर लोग कॉइन खरीदते थे. यहां 10 कॉइन ख़रीदने के लिए 20 रुपये देने होते थे. यूज़र के खाते से हर बुकिंग के बाद 5 कॉइन कट जाते थे. जिसका सीधा पेमेंट युवराजा के खाते में होता था. इस एप की पॉपुलरटी इतनी हो चुकी थी कि कुछ ही वक़्त में एक लाख से अधिक यूजर्स बन गए. हालांकि, बाद में इस एप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया था.
फ़िलहाल, पुलिस ने रेलवे सिस्टम को बाईपास और गैर कानूनी ठंग से पैसा कमाने के जुर्म में उसे गिरफ़्तार कर लिया है. बताया गया कि चेन्नई में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के साइबर सेल ने सर्वर सोर्स कोड, एप्लीकेशन सोर्स कोड, एंड-यूजर्स लिस्ट और उसके बैंक स्टेटमेंट का यूज़ कर उसे ट्रैक किया था.