देशभर में आये दिन बेज़ुबान जानवरों के साथ हिंसक घटनाएं सामने आती रहती हैं. कुछ लोग इंसानियत छोड़ इन बेज़ुबान जानवरों पर अपना गुस्सा निकालते हैं. फिर नतीजा ये होता है कि हमें सड़क किनारे किसी न किसी जानवर की लाश देखने को मिलती है.
ऐसी ही एक घटना मुंबई के वर्ली इलाके से भी सामने आई है. जहां कुछ लोगों ने एक कुत्ते की इस कदर पिटाई की कि वो कोमा में चला गया.

घटना 24 जुलाई की बताई जा रही है. बारिश से बचने के लिए एक कुत्ता वर्ली स्थित Turf View बिल्डिंग के अंदर घुस गया था. इसके बाद बिल्डिंग के गार्ड ने कुत्ते को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. इस दौरान कुत्ते को सिर, पेट समेत कई अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं.
ये घटना सीसीटीवी में क़ैद हो गई थी, पिटाई के बाद कुत्ता बिल्डिंग के बाहर सड़क पर तड़पता दिखाई दे रहा है.
‘हेल्प एनिमल्स एंड बर्ड्स’ के एक्टिविस्ट जयेश शाह ने कुत्ते के इलाज़ का जिम्मा उठाया है. इस समय कुत्ते का इलाज़ मुंबई के ‘क्राउन वेट क्लिनिक’ में चल रहा है.
शनिवार को ‘बॉम्बे एनिमल राइट’ एक्टिविस्ट विजय मोहनानी ने इस संबंध में वर्ली पुलिस स्टेशन में आरोपी के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की है.

विजय मोहनानी बताते हैं कि, उन्हें पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करने में 8 घंटे से अधिक का समय लगा. जबकि आरोपियों को ज़रूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के सिर्फ़ 20 मिनट बाद ही रिहा कर दिया गया. इससे साफ़ होता है कि जानवरों के प्रति हमारा कैसा रवैया है. आज भी देश में बेज़ुबान जानवरों के ख़िलाफ़ क्रूरता के लिए कोई कड़ा क़ानून नहीं है.

इस संबंध में जब TOI ने रविवार को वर्ली पुलिस स्टेशन से संपर्क किया तो एक अधिकारी ने कहा IPC की धारा 429 और 34 के तहत और पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम 1960 के तहत आरोपियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई थी. आगे की जांच पीएसआई अमित शिंदे द्वारा की जा रही है.

आख़िर जानवरों के साथ ये क्रूरता क्यों?