बीते सोमवार रात यूपी की हाथरस पुलिस को सूचना मिली थी कि ज़िले के नवीपुर इलाक़े की एक फ़ैक्ट्री में गधे के गोबर और एसिड के इस्तेमाल से स्थानीय ब्रांडों के नक़ली मसाले बनाए जा रहे हैं. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने फ़ैक्ट्री पर छापा मारकर इसके मालिक अनूप वार्ष्णेय को गिरफ़्तार किया.  

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बताया जा रहा है कि आरोपी अनूप वार्ष्णेय साल 2002 में योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित युवा संगठन ‘हिंदू युवा वाहिनी’ का मंडल सह प्रभारी भी है. पुलिस ने वार्ष्णेय को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. 

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पुलिस के मुताबिक़, छापे के दौरान उन्होंने फ़ैक्ट्री से कुछ स्थानीय ब्रांडों के नाम पर 300 किलो से अधिक का नक़ली मसाला जब्त किया है. इस दौरान बरामद किए गए मिलावटी मसालों में धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी और गरम मसाला शामिल हैं. 

हैरानी की बात ये कि इस दौरान हमने नक़ली मसाले तैयार करने में इस्तेमाल किए जाने वाले कई हानिकारक तत्व भी बरामद किए, जिनमें गधे का गोबर, भूसा, अखाद्य रंग और एसिड से भरे ड्रम शामिल थे.  
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पुलिस के मुताबिक़, इन मिलावटी मसलों के क़रीब 27 नमूने परीक्षण के लिए भेज दिए गए हैं और लैब रिपोर्ट आने के बाद ‘खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम’, 2006 के तहत आरोपी के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.  

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Times of India से बातचीत में संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि, आरोपी अनूप वार्ष्णेय जिस स्थान पर फ़ैक्ट्री चला रहा था, उसके पास इसके संचालन का लाइसेंस भी नहीं था. इसके अलावा फ़ैक्ट्री उन ब्रांडों के मसाले बनाए जा रहे थे जिनका उत्पादन ग़ैर क़ानूनी है. इसके साथ ही इस बात की जांच भी जांच की जा रही है कि इन मसलों की आपूर्ति शहर में कहां-कहां की गई है.