हमारे देश में क़रीब 4,000 आर्मी कैंटीन्स हैं. यहां पर इंडियन आर्मी और उसके एक्स सर्विसमैन्स को सस्ते दाम में सामान मिलता है. ये भारत की सबसे बड़ी रिटेल चेन्स में से एक है. इन कैंटीन्स को लेकर भारत सरकार ने एक अहम फ़ैसला लिया है. सरकार ने इन्हें विदेशी सामान आयात न करने का आदेश दिया है. इसका असर यहां पर मिलने वाली इंपोर्टेड स्कोच शराब पर हो सकता है.

indianexpress

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये आदेश हाल ही में केंद्र सरकार ने भारतीय सेना को दिया है. इसे पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान की ओर एक और कदम बताया गया है. 

tamilguardian

फ़िलहाल उन सामानों की जानकारी नहीं दी गई है जिनके आयात पर बैन लगाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, इस फ़ैसले से पहले सेना के तीनों अंगों से सलाह ली गई थी. इन कैंटीन्स में आमतौर पर विदेशी शराब और इलेक्ट्रॉनिक सामान की डिमांड अधिक रहती है. सरकार के फै़सले के बाद इन दोनों पर ही इसका असर दिखना तय है.

news18

कैंटीन में बिकने वाले सामानों में क़रीब 7 फ़ीसदी प्रोडक्ट्स इम्पोर्टेड होते हैं. इनमें चीन से आयात किए जाने वाले सामान जैसे डाइपर्स, वैक्यूम क्लीनर, हैंडबैग, लैपटॉप आदि शामिल हैं. इन कैंटीन्स में सालाना लगभग 200 करोड़ रुपये के सामान की बिक्री होती है. इसलिए इस कदम से भारत में निवेश करने वाले विदेशी निवेशकों ज़रूर झटका लग सकता है. वहीं इस संदर्भ में सेना के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है.