फ़िटनेस के मामले में हिंदुस्तान की पुलिस थोड़ी नहीं, बहुत ज़्यादा ढीली-ढाली है. पर महाराष्ट्र पुलिस के 39 वर्षीय कॉन्स्टेबल शंकर उठाले ने सारी धारणाओं को ग़लत ठहराते हुए आयरनमैन का ख़िताब हासिल किया है. इसके साथ वो देश के पहले ऐसे कॉन्स्टेबल बन गए हैं, जिन्होंने आयरनमैन रेस पूरी कर ये बड़ी उपलब्धि हासिल की है. एकदिवसीय ये रेस दुनिया की सबसे कठिन रेस है.

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वसई के रहने वाले शंकर 14 साल से महाराष्ट्र पुलिस को अपनी सेवा दे रहे हैं और वो विरार पुलिस थाने में तैनात हैं. आज से करीब 6 महीने पहले उनका वज़न 92 किलो था, वहीं अब 60 किलो हो गया है. रेस का आयोजन 17 नवंबर को मलेशिया के लैंगकावी में हुआ था, जिसमें उन्होंने आयरनमैन ट्रायथलॉन का ख़िताब जीता. प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को आयरमैन बनने के लिये 17 घंटे तक बिना रुके दौड़ना होता है, लेकिन उठाले ने 16 घंटे 15 मिनट में 42.2 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर ली. इसके साथ ही उन्होंने 3.8 किलोमीटर की तैराकी और 180 किलोमीटर की साइकलिंग भी की.

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पर देश का पहला आयरनमैन बनना उठाले के लिये बिल्कुल भी आसान नहीं था और इसी बारे में बात करते हुए उन्होंने मीडिया को बताया, 

‘मुझे पता था कि कुछ समय बाद मैं अपने विभाग के लिये बोझ बन जाउंगा. यही नहीं, मैं ख़ुद की ज़िंदगी को भी बोझ समझने लगा था. बस इसके बाद ही मैंने सुबह 5 बजे उठकर दौड़ना शुरू किया. दौड़ के साथ-साथ मैं संतुलित आहार भी लेता था, जिस वजह से मैं 30 किलो वज़न कम करने में सफ़ल रहा. करीब 4 महीने पहले मैंने प्रतियोगिता के लिये पंजीकरण कराया. इससे पहले मैंने तैराकी पर भी विशेष ध्यान दिया.’

उठाले का कहना है कि अभी, तो बस ये शुरूआत है वो आगे भी आयरमैन प्रतियोगिता में भाग लेते रहेंगे. इससे पहले 2015 में एक्टर मॉडल मिलिंद सोमन ने आयरमैने का टाइटल जीता था. 

Source : TOI