पुलवामा आतंकी हमले के ठीक 12 दिन बाद आज सुबह करीब 3:30 बजे भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर उनके आतंकी ठिकानों पर बमबारी की. भारतीय वायु सेना ने 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों से LoC पार कर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर 1000 किलो बम गिराकर आतंकवादी ठिकानों का ख़ात्मा किया है. सूत्रों के अनुसार, इन स्ट्राइक्स में जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहीद्दीन, लश्कर-ए-तौयबा के ठिकानों का ख़ात्मा होने के साथ-साथ 200-300 आतंकियों के मारे जाने की ख़बर है.
वायुसेना की इस कार्रवाई के कुछ घंटों बाद अतिरिक्त महानिदेशक, जन सूचना (ADGPI) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ के खंड काव्य रश्मि-रथी की कविता ‘शक्ति और क्षमा’ की कुछ पंक्तियों को ट्वीट किया गया है.
‘क्षमाशील हो रिपु-समक्ष
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) February 26, 2019
तुम हुए विनीत जितना ही,
दुष्ट कौरवों ने तुमको
कायर समझा उतना ही.
सच पूछो, तो शर में ही
बसती है दीप्ति विनय की,
सन्धि-वचन संपूज्य उसी का जिसमें शक्ति विजय की.’#IndianArmy#AlwaysReady pic.twitter.com/bUV1DmeNkL
जिस कविता की पंक्तियों को भारतीय सेना के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया गया है वो पूरी कविता कुछ इस प्रकार हैं:
‘क्षमा, दया, तप, त्याग, मनोबलसबका लिया सहारापर नर व्याघ्र सुयोधन तुमसेकहो, कहां, कब हारा?क्षमाशील हो रिपु-समक्षतुम हुए विनीत जितना ही,दुष्ट कौरवों ने तुमकोकायर समझा उतना ही.अत्याचार सहन करने काकुफल यही होता हैपौरुष का आतंक मनुजकोमल होकर खोता है.क्षमा शोभती उस भुजंग कोजिसके पास गरल होउसको क्या जो दंतहीनविषरहित, विनीत, सरल हो.तीन दिवस तक पंथ मांगतेरघुपति सिन्धु किनारे,बैठे पढ़ते रहे छन्दअनुनय के प्यारे-प्यारे.उत्तर में जब एक नाद भीउठा नहीं सागर सेउठी अधीर धधक पौरुष कीआग राम के शर से.सिन्धु देह धर त्राहि-त्राहिकरता आ गिरा शरण मेंचरण पूज दासता ग्रहण कीबंधा मूढ़ बन्धन में.सच पूछो, तो शर में हीबसती है दीप्ति विनय की,सन्धि-वचन संपूज्य उसी काजिसमें शक्ति विजय की.’सहनशीलता, क्षमा, दया कोतभी पूजता जग हैबल का दर्प चमकता उसकेपीछे जब जगमग है.’
इस पोस्ट के साथ-साथ भारतीय सेना ने एक फ़ोटो भी शेयर की है. हैशटैग के साथ इस पोस्ट में #IndianArmy #AlwaysReady लिखा गया है. इसके साथ ही हैशटैग #NationFirst भी लगाया है.
शांति से बढ़कर, ‘दिनकर’ की ये कविता कहती है, यह तभी संभव है जब आप एक शक्तिशाली स्थिति में हों और जीतने में सक्षम हों.
गौर करने वाली बात ये है कि भारतीय सेना का साहित्य से बहुत गहरा नाता है. अकसर भारतीय सेना अपने ट्विटर हैंडल और सोशल मीडिया साइट्स पर भारतीय साहित्यकारों की कविताओं और रचनाओं को शेयर करती रहती है.