Armenia और Azerbaijan के बीच मिलिट्री तनाव चल रहा है. इस वजह से Nagorno-Karabakh क्षेत्र के कई लोग बेघर और बेसहारा हो गए हैं. बहुत से लोगों ने अपना घर-द्वार छोड़ दिया है और राजधानी Yerevan में शरण ली है.
Armenia की सरकार अपने नागरिकों की मदद कर रही है.
India Today की एक रिपोर्ट के अनुसार, Armenia में रह रहा एक भारतीय परिवार भी शर्णार्थियों की मदद को आगे आया है. ये परिवार पिछले 6 साल से Armenia में रह रहा है.
पंजाब के परवेज़ अली ख़ान, 2015 से यहां एक रेस्टोरेंट चलाते हैं, नाम है ‘India Mehak’. जब परवेज़ को देश में चल रही परेशानियों का पता चला तो उन्होंने ज़रूरतमंदों की मदद करने की सोची.

India Today से बात-चीत में परवेज़ ने बताया,
युद्ध छिड़ने के बाद पूरा देश एकजुट हो गया. सभी लोग दवाई, खाने और अन्य ज़रूरी चीज़ों से मदद कर रहे थे. हमने भी कपड़े दान किये. मुझे एहसास हुआ कि लोगों को पके-पकाये खाने की ज़्यादा ज़रूरत है. तब मैंने पका-पकाया खाना डिलीवर करना शुरू किया.
कोविड-19 की वजह से उनके ज़्यादातर स्टाफ़ को भारत भेज दिया गया था पर इस वजह से ये परिवार मदद करने से पीछे नहीं हटा.
परवेज़ ने सोशल मीडिया के ज़रिये, वॉलंटियर्स की मदद मांगी और कई Armenia निवासी मदद को आगे आये.
हमारे पास 50 वॉलंटियर हैं जो किचन में और खाना डिलीवर करने में मदद करते हैं.
-परवेज़ अली ख़ान

ये परिवार कुछ संस्थाओं के साथ भी काम कर रहा है. ये संस्थाएं खाना लेने आती हैं और डिलीवर करती हैं.
इस परिवार ने ये सेवा कार्य बीते 4 अक्टूबर को शुरू किया. शुरुआती दिनों में पूरे परिवार को काफ़ी काम करना पड़ा पर वॉलंटियर्स की वजह से अब काम काफ़ी आसान हो गया.
इस परिवार ने वैसे तो खाना Armenians के स्वाद के हिसाब से बनाना शुरू किया पर ये कुछ भारतीय खाने की चीज़ें, जैसे- पूड़ी, नान, छोले-भठूरे, सब्ज़ियां भी देते हैं.
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