कोरोना वायरस की चपेट में पूरी दुनिया है. भारत में भी लगातार इसके संक्रमण के मामले देखने को मिल रहे हैं. पूरा विश्व इस महामारी के ख़िलाफ़ एकजुट होकर लड़ रहा है और एक दूसरे का हौसला भी बढ़ा रहा है. इस बीच स्विट्जरलैंड ने Swiss Alps के Matterhorn Mountain पर रोशनी की मदद से भारतीय तिरंगे को दर्शाया है. इसके जरिए वैश्विक महामारी से जीतने की उम्मीद और जज़्बे का संदेश दिया गया है.
हाल ही में Matterhorn Mountain में विभिन्न देशों के झंडे दर्शाए गए साथ ही विभिन्न संदेशों के साथ इस महामारी से निपटने के लिए एकजुटता प्रदर्शित की गई.
फ़ेमस लाइट आर्टिस्ट Gerry Hofstetter ने 14,690 फुट ऊंचे पर्वत को तिरंगे के रंग से रोशन करने का काम किया है.
टूरिज़्म ऑर्गनाइज़ेशन Zermatt Matterhorn ने अपने फ़ेसबुक पेज पर लिखा, ‘भारत बड़ी आबादी वाला देश है और कोरोना वायरस से पीड़ित है. इतने बड़े देश में चुनौतियां भी ज़्यादा हैं. ऐसे में Matterhorn Mountain पर भारतीय ध्वज हमारी एकजुटता प्रदर्शित करने और भारतीयों को उम्मीद और ताकत देने की कोशिश है.’
स्विट्ज़रलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने भी ट्वीट कर Covid-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई मे सभी भारतीयों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए @zermatt_tourism का शुक्रिया अदा किया.
INDIAN TRICOLOR ON THE MATTERHORN MOUNTAIN: Indian Tricolor of more than 1000 meters in size projected on Matterhorn Mountain, Zermatt, Switzerland to express Solidarity to all Indians in the fight against COVID 19. A big Thank You to @zermatt_tourism for the gesture. @MEAIndia pic.twitter.com/y4diNDSlT9
— India in Switzerland, The Holy See & Liechtenstein (@IndiainSwiss) April 17, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, ‘विश्व एक साथ मिलकर Covid-19 के ख़िलाफ़ लड़ रहा है. निश्चित तौर पर मानवता इस महामारी से बाहर निकल जाएगी.’
The world is fighting COVID-19 together.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2020
Humanity will surely overcome this pandemic. https://t.co/7Kgwp1TU6A
बता दें, मार्च के आखिरी से ही कोरोना महामारी के ख़िलाफ़ वैश्विक एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए हर दिन अलग-अलग देशों के झंडों को दर्शाती रोशनी की जा रही है.
गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड में 27,404 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, इस ख़तरनाक महामारी से 1,344 मरीज़ों की मौत हो चुकी है.