कला किसी भी कलाकार की पहचान होती है. वो इसमें अपनी पूरी ज़िंदगी लगा देता है. आज हम आपको एक ऐसे कलाकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी कला के माध्यम से इतिहास रचने का काम किया है. उनकी पेंटिंग भारत की सबसे महंगी पेंटिंग बन चुकी है.
प्रसिद्ध पेंटर वासुदेव एस गायतोंडे की एक कैनवस ऑयल पेंटिंग 1965 के बाद सबसे महंगी बिकने वाली भारतीय पेंटिंग है.
इस बात की जानकारी घरेलू कला बाजार की निगरानी करने वाली कंपनी आर्टरी इंडिया ने मीडिया को दी. कंपनी ने 500 सबसे महंगे भारतीय आर्टवर्क की सूची आर्टरी टॉप 500 वर्क्स नाम से जारी की है. इस सूची में शीर्ष पर गायतोंडे की पेंटिंग है.
उनकी पेंटिंग 44, 15,008 डॉलर यानी 29.3 करोड़ रुपये में बिकी है. कंपनी ने अनुसार, सभी पांच सौ आर्टवर्क्स की सामूहिक कीमत 36.79 करोड़ डॉलर यानी 1936.6 करोड़ रुपये है.
गायतोंडे के अलावा इस प्रतियोगिता में 32 कलाकारों के आर्टवर्क्स को शामिल किया गया था, जिसमें प्रोगेसिव मुवमेंट के प्रणेता रहे मॉर्डनिस्ट पेंटर सैयद हैदर रजा की सर्वाधिक 77 पेंटिंग को इस सूची में स्थान मिला है.
कुछ बेहतरीन तस्वीरों को आप यहां देख सकते हैं.
इस पेंटिंग को बनाया है सोनाली दासगुप्ता ने. इसमें महिषासुर और भैंस के चित्र हैं. इस पेंटिंग की कीमत 19.7 करोड़ रुपये हैं.

इस पेंटिंग को 1986 में पेंटर सैय्यद राज़ा हैदर ने बनाया है. इसमें प्रकृति को ख़ूबसूरती के साथ दर्शाया गया है. इस पेंटिंग की कीमत 18.6 करोड़ रुपये है.

इस तस्वीर को बनाया है अमृता शेरगिल ने, जिसे 18.2 करोड़ रुपये में बेचा गया है.

इस पेंटिंग को बनाया है वासुदेव एस गायतोंडे ने. इसमें मॉर्डन आर्ट और नैचुरल कलर का इस्तेमाल किया गया है. इसे 18.6 करोड़ रुपये में बेच गई है.

तैय्यब मेहता की Falling Bull नाम की इस पेंटिंग ने कला के कद्रदानों का दिल जीत लिया. इसकी कीमत 17.54 करोड़ रुपये है.

अमृता शेरगिल के द्वारा बनाई गई इस पेंटिंग से काफ़ी सुखद अहसास होता है. इसकी कीमत 17.51 करोड़ रुपये है.

अमृता शेरगिल की सेल्फ़ पोट्रेट ने सबका दिल लुभाने का काम किया है. ख़ूबसूरती और प्रकृति के मिश्रण ने इस तस्वीर में चार चांद लगा दिए हैं. इसकी कीमत 17.2 करोड़ रुपये है.

Francis Newton Souza की इस पेंटिंग की कई ख़ासियतें हैं. इनके बड़े-बड़े और अजीब दांतों से मानव व्यवहार के बारे में पता चलता है. इसकी कीमत 16.8 करोड़ रुपये है.
