कोरोना संकट के बीच भारतीय रेलवे ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. इंडियन रेलवे ने माल ढुलाई के लिए ‘शेषनाग’ नामक ट्रेन उतारी है. ये ट्रेन 2.8 किलोमीटर लंबी है.
बीते गुरुवार को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 251 वैगन और लंबाई 2.8 किलोमीटर ‘शेषनाग’ ट्रेन को पटरियों पर उतार दी है. इस ट्रेन को नागपुर डिविजन से कोरबा के बीच चलाया गया. इस दौरान ‘शेषनाग’ ने क़रीब 260 किमी का सफर 6 घंटे में तय किया.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके शेषनाग को इंडियन रेलवे की सबसे लंबी ट्रेन बताया-
शेषनाग Running on Track: Boosting freight transportation, Railways has run 251 wagons with 4 trains combined together, totalling to 2.8 km, between Nagpur & Korba. pic.twitter.com/UYrau3pfbi
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 2, 2020
‘सुपर एनाकोंडा’ से लंबी है ‘शेषनाग’
इंडियन रेलवे ने इससे पहले बुधवार को ‘सुपर एनाकोंडा’ ट्रेन चलाई गई थी. 2 किमी लंबी ‘सुपर एनाकोंडा’में 3 इंजन का इस्तेमाल किया गया और उसमें 15000 टन का वजन लोड था. इस दौरान 60 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से इस ट्रेन ने सवा दो घंटे में ओडिशा के लाजकुरा से राउरकेला का सफ़र तय किया था. लेकिन 1 दिन में रेलवे ने 2.8 किमी लंबी ‘शेषनाग’ को उतारकर ‘सुपर एनाकोंडा’ को पीछे छोड़ दिया है.
दरअसल, पिछले कुछ समय से रेलवे लगातार माल ढोने के समय और लागत बचाने पर काम कर रही है. इसीलिए कई बोगियों वाली ट्रेनों को आपस में जोड़कर एक नया फॉरमेशन बनाने का प्रयोग किया जा रहा है. इस तरह की ट्रेन कम वक्त में एक साथ अधिक माल ले जा सकती है.
‘शेषनाग’ ने लंबाई और माल ढोने की क्षमता के मामले में ‘सुपर एनाकोंडा’ को 1 दिन में ही पीछे छोड़ दिया है. उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में भी रेलवे ‘समय और लागत’ बचाने के लिए इसी तरह के नए रिकॉर्ड कायम करेगा.