अंडरवॉटर म्यूज़ियम देखने के लिए अब तक हमें विदेश जाना पड़ता था, लेकिन बहुत जल्द हमें ऐसा करने की ज़रूरत नहीं होगी, क्योंकि देश का पहला अंडरवॉटर म्यूज़ियम पुदुचेरी में बनने वाला है. हमारी ये ख़्वाहिश पूरी करने जा रही है इंडियन नेवी, जो इसके लिए अपने ही जहाज़ डुबोने जा रही है.
पुदुचेरी में बनने वाले देश के पहले अंडरवॉटर म्यूज़ियम के लिए अभी सर्वे किया जा रहा है. इसके लिए भारतीय नौसेना अपने जहाज़ आईएनएस कुड्डालोर के इस्तेमाल करने की मंजू़री दे दी है. भारतीय नौसेना का ये Minesweeper जहाज़(जिसका इस्तेमाल समुद्री Mines को खोजने के लिए किया जाता है) मार्च 2018 में रिटायर हो गया था.
ये 30 वर्षों तक ऑपरेशनल था और इस दरम्यान इसने 30000 नॉटिकल मील की दूरी तय की थी. ये म्यूज़ियम पुदुचेरी के तट से 7 किलोमीटर दूर बनाया जाएगा.
इस बारे में टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए National Centre For Coastal Research(NCCR) के अधिकारी ने कहा- हमने प्रस्तावित जगह के समुद्री तल के पानी और उसके आस-पास रहने वाले संभावित समुद्री-जीवों की स्टडी की है, ताकी पता लगाया जा सके कि वहां जहाज़ पर एक प्राकृतिक इकोसिस्टम पनप पाएगा की नहीं.
आईएनएस कुड्डालोर 60 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है. इसे समुद्र में 26 मीटर नीचे डुबोया जाएगा. इसके बाद इसके दरवाज़े और खिड़कियां हटा दिए जाएंगे. इससे पर्यटक आसानी से तैरते हुए अंडरवॉटर म्यूज़ियम देख पाएंगे.
इस प्रोजक्ट पर पुदुचेरी सरकार, NCCR और एक एनजीओ मिलकर काम कर रहे हैं. अगर वो अपने मकसद में कामयाब रहे, तो देश को उसका पहला अंडरवॉटर म्यूज़ियम मिल जाएगा.
थैंक्स इंडियन नेवी.