अपनी ख़ूबसूरती के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध इंडोनेशिया इन दिनों मुसीबत में है. भूकंप और उसके बाद उठी सुनामी के कारण अब तक कुल 1,234 लोगों की मौत, जबकि हज़ारों लोग घायल हो चुके हैं. वहीं कई लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं. पिछले हफ़्ते आए भीषण भूकंप और सुनामी से पस्त पड़े इंडोनिशिया में आज यानी बुधवार को एक भयानक ज्वालामुखी विस्फोट भी हुआ. इस विस्फोट ने भूकंप और सुनामी से प्रभावित लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है.
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इंडोनिशिया के दो प्रमुख शहर पालू और डोंगाला भूकंप और सुनामी से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं. तबाही का ऐसा मंज़र है कि समंदर में मृतकों के शव तैर रहे हैं. शुक्रवार को इन दो तटीय शहरों में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था जिसके बाद पालू शहर में भयंकर सुनामी ने दस्तक दी थी. क़रीब 6 लाख की आबादी वाले पालू और डोंगाला में अब तक 800 से अधिक लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है.
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भूकंप और सुनामी की वजह से घर, स्कूल, अस्पताल शॉपिंग मॉल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिसकी वजह से घायलों का इलाज़ राहत शिविरों में किया जा रहा है. इंडोनेशिया में भूकंप आते रहते हैं. हाल के महीनों में यहां कई बड़े भूकंप आए हैं, जिनसे भारी तबाही भी हो चुकी है.
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ख़ूबसूरत समुद्रीय तटों और अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध इंडोनेशिया पिछले कुछ दशकों से पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है. जिन ख़ूबसूरत बीच पर कुछ समय पहले तक पर्यटक मौज-मस्ती करते नज़र आ रहे थे, वो इन दिनों वीरान पड़े हैं. ये ख़ूबसूरत बीच अब मलबे का ढेर बन चुके हैं. आज यहां पर्यटकों का आना तो दूर लोगों का जीना भी मुश्किल हो रहा है. कुछ महीने पहले जो हालात केरल के थे, वही हालात इन दिनों इंडोनेशिया में भी बने हुए हैं.
इंडोनेशिया क्यों है भारतियों की पहली पसंद?
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इंडोनेशिया अपनी ख़ूबसूरती के साथ-साथ घूमने-फिरने के हिसाब से बेहद सस्ता भी माना जाता है. इंडोनेशिया दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश माना जाता है. बावजूद इसके इंडोनेशिया में हिन्दू देवी-देवताओं के कई प्राचीन मंदिर हैं. यहां के एक मंदिर में आज भी हर शाम रामलीला का आयोजन होता है. भारत के एक रुपये की क़ीमत इंडोनेशिया के 206 रुपये के बराबर है. इसलिए भी ये देश भारतीयों के घूमने-फिरने के लिए पहली पसंद बनता जा रहा है.
भूकंप और सुनामी ने छीनी बाली की चमक
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इंडोनेशिया अपने जंगलों से लेकर समुद्र तट तक और ज्वालामुखी से लेकर प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. ख़ूबसूरत समुद्रीय तटों के कारण इंडोनेशिया दुनियाभर के पर्यटकों को ख़ूब भाता है. यही कारण है कि पिछले कुछ दशकों से इंडोनेशिया का तटीय शहर ‘बाली’ बेहद पॉपुलर होता जा रहा है. आर्ट और कल्चर से लगाव रखने वालों के लिए बाली किसी स्वर्ग से कम नहीं है. जबकि भूकंप और सुनामी ने इस शहर की रौनक को ख़त्म कर दिया है. पिछले एक हफ़्ते से इंडोनेशिया जाने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी कमी देखी जा रही है.
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पर्यटन इंडोनेशिया की आय का मुख्य स्रोत माना जाता है, लेकिन भूकंप और सुनामी के चलते पर्यटकों ने इंडोनेशिया जाना छोड़ दिया है. जबकि कुटा, जकार्ता डेनपासर और योग्यकार्ता जैसे शहर भी इससे बेहद प्रभावित हुए हैं.
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चाहे वो प्राकृतिक आपदाओं की वजह से रहा हो या फिर भ्रष्टाचार और अलगाववाद के कारण उत्पन्न हुई चुनौतियां के कारण इंडोनेशिया का इतिहास हमेशा से ही उथल-पुथल भरा रहा है. 26 दिसम्बर, 2004 में आयी सूनामी ने इंडोनेशिया को तहस-नहस कर दिया था. यहां के आचे प्रान्त में लगभग डेढ़ लाख लोग मारे गये थे जिससे करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था.