भारत सरकार ने ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ के परिणामों की घोषणा कर दी है. मध्यप्रदेश के इंदौर शहर ने इस बार भी बाज़ी मारी है. इंदौर पिछले 4 सालों से लगातार टॉप पर है. इस दौरान गुजरात का सूरत शहर दूसरे जबकि महाराष्ट्र का नवी मुंबई शहर तीसरे स्थान पर रहे. टॉप 10 की लिस्ट में गुजरात के 4 शहर हैं.

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बता दें कि देश के टॉप 10 सबसे साफ़ सुथरे शहरों को पॉइंट्स के आधार पर रैंकिंग दी गयी है. इस दौरान इंदौर को 5647 पॉइंट्स, सूरत को 5519 पॉइंट्स, नवी मुंबई को 5467 पॉइंट्स, विजयवाड़ा को 5270 पॉइंट्स, अहमदाबाद को 5207 पॉइंट्स, राजकोट को 5157 पॉइंट्स, भोपाल को 5066 पॉइंट्स, चंडीगढ़ को 4970 पॉइंट्स, विशाखापट्टनम को 4918 पॉइंट्स और वडोदरा को 4870 पॉइंट्स मिले.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी को बेस्ट गंगा टाउन घोषित किया गया है. ‘स्वच्छता सर्वेक्षण-2020’ लीग के तीनों क्वार्टर में भी इंदौर अव्वल रहा था. वहीं बिहार की राजधानी पटना सबसे निचले पायदान पर रहा.

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कैसे बना इंदौर नंबर 1? 

इस बार की रैंकिंग पिछले सभी सालों से ज़्यादा चुनौतीपूर्ण इसलिए भी थी, क्योंकि सफ़ाई को सालभर में 3 क्वार्टर में बांटा गया था. इस दौरान इंदौर ने हर मामले में टॉप किया.

सिटिजन फ़ीडबैक: 

इंदौर के लोगों ने स्वच्छता को न सिर्फ़ सराहा, बल्कि उनके जवाबों के कारण इंदौर फिर नं. 1 बन सका. इसका मतलब इंदौर प्रशासन ने जो दावे किये थे वो 100 फ़ीसदी सच निकले. शहर की जनता ने सफ़ाई के मामले में इंदौर को सौ में से सौ नंबर दिए.

वेस्ट रिडक्शन:

इस दौरान इंदौर शहर के लोगों ने सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन किया. डिस्पोजल के स्थान पर ‘बर्तन बैंक’ और थैलियों के विकल्प में ‘झोला बैंक’ की शुरुआत की.

रेवेन्यू कलेक्शन: 

इंदौर प्रशासन ने कचरा प्रबंधन शुल्क के तौर पर 40 करोड़ रुपये वसूले. इस मामले में भी इंदौर तो पर रहा.

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बता दें कि ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का ख़िताब मैसुरू ने हासिल किया था, जबकि इसके बाद इंदौर लगातार 3 साल तक (2017,2018,2019) शीर्ष स्थान पर रहा है. इस साल भी इंदौर ने बाजी मारकर लगातार चौथे साल टॉप पर काबिज रहने का तमगा हासिल कर लिया है.

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‘केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय’ द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ महोत्सव’ नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए गए. बताया जा रहा था कि पीएम मोदी ख़ुद ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ के परिणामों की घोषणा करेंगे, लेकिन व्यस्थता की वजह से वो इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल नहीं हो पाए.