ब्राज़ील से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, एक नर्सरी स्कूल के सुरक्षा गार्ड ने 6 बच्चों और उनके शिक्षक पर शराब छिड़क कर उन्हें आग के हवाले कर दिया. हादसे में चार बच्चों और शिक्षकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें फ़िलहाल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.

बेहद दर्दनाक घटना ब्राज़ील के Janauba शहर की है. लगभग 50 घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराया गया है, जहां 10 घायलों की स्थिति काफ़ी नाज़ुक बताई जा रही है. दुख के इस क्षण में Mayor ने सात दिनों का शोक घोषित किया है. बताया जा रहा है कि बेहद भयंकर हादसे से जहां दर्जन भर से ज़्यादा लोग घायल हो गए, तो वहीं हादसे के कुछ ही घंटे बाद मानसिक रूप से बीमार गार्ड की आग में झुलसने के कारण मौत हो गई. स्थानीय अस्पताल के निदेशक Ataide Santos ने बताया कि पीड़ित गार्ड का पूरा शरीर जल चुका था, जिस कारण हम उसे ज़िंदा नहीं बचा सके.

बताया जा रहा है कि हमले के वक़्त नर्सरी में करीब 80 बच्चे मौजूद थे. घटना से डरे सहमे अभिभावक जबतक घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक वो जल कर खाक हो चुका था.

राष्ट्रपति मिशेल टेमर ने घटना पर शोक जताते हुए ट्वीट कर कहा, ‘मुझे जनाउबा में हुई इस घटना पर खेद हैं, इसमें बच्चों को भी निशाना बनाया गया है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं.’

वहीं Mayor, Carlos Isaildon Mendes ने बयान देते हुए कहा, ये मंज़र और भी भयानक हो सकता है, लेकिन शुक्र है कि एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. बड़े बच्चे वहां से भागने में कामयाब रहे.

भंयकर हादसे से पीड़ित बच्चों के माता-पिता काफ़ी आहत हैं. Globonews TV से बात करते हुए, एक पिता Nelson de Jesus कहते हैं, ‘क्रेच हमारे घर के बिल्कुल पास है, हम चीखें सुन कर और भंयकर आग को देख कर तुरंत भागे.’

ख़बरों के मुताबिक, मानसिक रूप से बीमार गार्ड ने पहले पीड़ितों पर और फिर अपने शरीर पर एल्कोहल छिड़क कर आग लगा दी. पुलिस अधीक्षक Renato Nunes ने होजे एम डिया समाचारपत्र नामक वेबसाइट को इंटरव्यू देते हुए बताया, ‘हमले के पीछे संदिग्ध के मकसद को जानने के लिए हमने उसके घर पर छापा मारा. आरोपी और मृतक गार्ड को साल 2014 से मानसिक समास्याएं थी.

बताया जा रहा है कि गार्ड के घर से एल्कोहल की कई बोतलें भी बरामद की गई हैं. गार्ड, आठ साल से इस नर्सरी स्कूल में काम कर रहा था, जहां वो बच्चों के साथ सीधे संपर्क में नहीं था.