अकसर सड़कों पर जब किसी मंत्री या बड़े नेता का काफ़िला आने वाला होता है, तो आम रास्ता रोक दिया जाता है. जिससे ये लोग जाम में न फंसे और इन्हें सुरक्षा मिल सके.
अगर मामला प्रधानमंत्री या राष्टपति का हो तो जनता की मुश्किलें और बढ़ जाती हैं.
बेंगलुरु के Trinity Circle के रास्ते, राष्ट्रपति का काफ़िला जाने वाला था. चौकसी के लिए सब इंस्पेक्टर ML Nijalingappa को तैनात किया गया था.
राष्ट्रपति का काफ़िला उसी रस्ते से राजभवन की ओर जा रहा था तभी Nijalingappa को ख़बर मिली कि एक एम्बुलेंस जाम में फंसी हुई है, जो पास के ही एक प्राइवेट अस्पताल की ओर जा रही है. इस ऑफ़िसर ने राष्ट्रपति का काफ़िला रोक कर एम्बुलेंस के लिए राह बनाई और एम्बुलेंस को जाने दिया. इसी वजह से बेंगलुरु की ट्रैफ़िक पुलिस ने सब इंस्पेक्टर ML Nijalingappa के लिए पुरस्कार की घोषणा की है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शहर में मेट्रो ग्रीन लाईन के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे.
PSI Sh Nijlingappa is rewarded for deftly allowing the ambulance before the 1st citizen of India. @blrcitytraffic gives way to 🚑, do you? pic.twitter.com/KoI2nap14N
— DCP Traffic East (@DCPTrEastBCP) June 18, 2017
बेंगलुरु सिटी के डिप्टी कमिश्नर ने इस अधिकारी के फ़ैसले की तारीफ़ करते हुए ट्विटर पर एक लेटर भी लिखा है.
पुलिस कमिश्नर प्रवीण सूद ने ट्वीट किया कि इस अधिकारी ने जो फ़ैसला लिया है, उसके लिए इसे ईनाम दिया जाएगा.
इसके बाद फ़ेसबुक और ट्विटर पर Bengaluru Traffic Police के इस अधिकारी के तारीफ़ों की बाढ़ आ गई. सच में इस अधिकारी ने दिल जीत लिया. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोच्च होती है, इस अधिकारी ने ये साबित कर दिया.