हम क्या हैं और हमारे शरीर का विकास कैसे हुआ, इस बारे में जानने के लिए शुरू से ही इंसान जिज्ञासू रहा है. इसी पर रिसर्च करते हुए वैज्ञानिकों को हमारे शरीर में मौजूद कुछ ऐसे अंग मिले, जो मानव विकास के सुबूत थे. इन्हें Vestigial Organ कहा जाता है. इसी रिसर्च को नेक्स्ट लेवल पर लेकर गई हैं कैलिफ़ोर्निया की एक साइंटिस्ट.

उन्होंने कुछ नए Vestigial Organs की खोज की है. इनका नाम है Dorsa Amir, जो एक Anthropologist हैं. Dorsa ने ट्विटर पर विस्तार से बताया कि ये Evolution सिर्फ़ हमारी किताबों का एक चैप्टर नहीं, ये आज भी हमारे शरीर का हिस्सा है. इसने हमारे शरीर और दिमाग़ को रचने (विकसित) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

इनका ये थ्रेड बहुत ही इंटरेस्टिंग है और लोग लगातार इस संबंध में सवाल भी पूछ रहे हैं.

हमारी कलाई में एक Vestigial Muscle होती है. इसे Palmaris Longus कहते हैं. पेड़ों पर चढ़ने के दौरान ये काम आती थी. अब ये 14 फ़ीसदी लोगों के हाथ में नहीं मिलती.

कान का अंदर की तरफ़ उठा हुआ होना, जो कुछ बंदरों में भी पाया जाता है. ये इधर-उधर से आ रही आवाज़ को सुनने के लिए कान को मूव करने काम आती था.

टेल बोन आज भी हमारे शरीर में मौजूद है. ये पूंछ के रूप में पहले विकसित होती थी, जो पेड़ पर चढ़ने या फिर चलने के दौरान शरीर का बैलेंस मेंटेन करने के काम आती थी.

Nictitating Eye जिसका इस्तेमाल पक्षी करतें हैं. ये किसी चीज़ को देखने के दौरान आंख को प्रोटेक्ट करने का काम करती है लेकिन मानव ने इसका इस्तेमाल करना बंद कर दिया है.

Palmar Grasp Reflex एक प्रतिक्रिया है, जो बच्चे उंगली हाथ के पास ले जाने पर करते हैं. ऐसा पहले हमारे पूर्वजों के बच्चे चलते समय उन्हें पकड़े रहने के लिए करते थे.

Dorsa ने इस संदर्भ में लोगों के सवालों के जवाब भी दिए हैं.

इंसान का जो रूप हम आज देखते हैं, उसे विकसित होने में कई शताब्दियां लगी हैं. बन्दर से इंसान की इस यात्रा के सबूत, फिर भी हमारे शरीर में बचे हुए हैं.