साल 2014 की UPSC टॉपर और केशवपुरम ज़ोन की डिप्टी कमिश्नर इरा सिंघल ख़बरों में हैं और इसकी वजह है- साइबर बुलिंग. फ़ेसबुक पर उन्होंने एक पोस्ट में बताया कि इंस्टाग्राम पर उन्हें एक शख़्स दिव्यांग होने की वजह से बुली करने की कोशिश कर रहा था और उनके लिए अपशब्द इस्तेमाल कर रहा था, पोस्ट के साथ में इरा ने स्क्रीनशॉट भी लगाया.
उन्होंने लिखा,
जिन्हें लगता है कि दिव्यांग को कुछ भी सामना नहीं करना पड़ता, क्योंकि दुनिया उनके प्रति अच्छी और दयालु है तो बिल्कुल ऐसा भी नहीं है. सच्चाई दिखाने के लिए मैं अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से किसी की टिप्पणियों को शेयर कर रही हूं, जो साइबर बुलिंग का चेहरा दिखाता है.
इरा ने बुलिंग करने वाले व्यक्ति को खरी खोटी सुनाने के बजाए, इसकी वजह दुनिया के सामने रखने की कोशिश की. उन्होंने अपने पोस्ट में बताया कि इंस्टाग्राम पर उन्हों अधिकांशत: वही लोग फॉलो करते हैं, जो UPSC की परिक्षा की तैयारी करते हैं. ट्रोल करने वाला व्यक्ति भूपेश जसवाल भी UPSC Aspirants है.
ये बात काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण है, वह व्यक्ति सिविल सर्वेंट बनना चाहता है. यही कारण है कि हमें ऐसे स्कूलों, ऐसी शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है कि किसी भी चीज़ से ज़्यादा ज़रूरी एक बेहतरीन इंसान. इंसान बनना ज़रूरी है.
इरा के बारे में कुछ बातें-
इरा सिंघल ने साल 2014 में UPSC परीक्षा टॉप की थी और शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के बावजूद सामान्य श्रेणी से टॉप करने वाली वो पहली प्रतिभागी बनी थीं.
इसके पहले साल 2010 में भी इरा सिविल सर्विस की परिक्षा दे चुकी थीं. तब उनका रैंक 815 रहा था, शीरिरिक रूप से अक्षम होने की वजह से उन्हें पोस्टिंग नहीं दी गई.