भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम ने बुधवार को बड़ा मकाम हासिल किया. रॉकेट GSLV MkIII-D2 (बाहुबली) द्वारा उपग्रह को GSAT-29 को सफ़लतापूर्वक अंतरिक्ष में पहुंचा दिया है.

बाहुबली द्वारा ही चंद्रयान-2 को जनवरी में लॉन्च किया जाएगा. इसी रॉकेट द्वारा ही एक इंसान को भी अंतरिक्ष में पहुंचाया जाएगा.

बाहुबली भारत का सबसे भारी रॉकेट है. इसकी लंबाई 43.5 मीटर है और वज़न 641 टन है. तूफ़ान गाज़ा के कारण बहने वाली तेज़ हवाएं भी उपग्रह के लॉन्च में बाधा नहीं बनी.

ISRO के चेयरमैन के.सिवन ने कहा,

भारत के सबसे भारी लॉन्चर ने सबसे भारी उपग्रह को अंतरिक्ष तक पहुंचाया है. ये हमारे लिए गर्व की बात है. मैं ISRO की पूरी टीम को इसके लिए बधाई देता हूं.

GSAT-29 से भारत की इंटरनेट Bandwidth काफ़ी बढ़ जाएगी. ISRO के अनुसार, अगले साल सितंबर तक भारत 100 Gbps की स्पीड हासिल कर लेगा.

GSAT-29 से पहले, इसी साल GSAT-19 लॉन्च किया गया था. GSAT-11 की लॉन्च तारीख़ 4 दिसंबर तय की गई है और उम्मीद की जा रही है कि GSAT-20 अगले साल तक लॉन्च कर दी जाएगी. इन चारों उपग्रहों से भारत को 100 Gbps हासिल कर लेगा.

Thanks ISRO!