क्लाइमेट चेंज को लेकर इटली ने काफ़ी सख़्त रवैया अपनाने का फ़ैसला किया है. जहां एक तरफ़ विश्व के कई बड़ी नेता क्लाइमेट चेंज को नकारते नज़र आ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ़ इटली ने एक ऐसा फ़ैसला लिया है जिससे क्लाइमेट चेंज के ख़िलाफ़ उनकी गंभीरता साफ़ तौर पर ज़ाहिर हो रही है.


CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, इटली ने अपने स्कूलों में अगले साल से, हर एक कक्षा में क्लाइमेट चेंज की पढ़ाई अनिवार्य कर दी है.  

Inside Climate News

यहां के शिक्षा मंत्री, Lorenzo Fioramonti ने बताया कि सभी पब्लिक स्कूलों को साल में 33 घंटे क्लाइमेट चेंज से जुड़ी क्लासेस में देने होंगे.


Fioramonti के प्रवक्ता Vincenzo Cramarossa ने CNN को बताया, 
‘इस निर्णय के पीछे की सोच यही है कि भविष्य के नागरिकों को क्लाइमेट एमर्जेंसी के लिए पहले से तैयार करना.’  

New York Times

अगर बात अपने देश के नेताओं की हो तो प्रधानमंत्री मोदी ने भी क्लाइमेट चेंज को नकारा था. उन्होंने कहा था कि क्लाइमेट चेंज नहीं हो रहा, हम चेंज हो रहे हैं. 

दिल्ली को जिस ख़तरनाक स्मॉग के चादर ने घेर लिया था उसका इल्ज़ाम भी मेरठ के बीजेपी लीडर ने पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन को बताया 

और तो और क्लाइमेट चेंज से निजात पाने के लिए बड़े-बड़े नेताओं ने गाजर खाने, सुबह-सुबह म्यूज़िक सुनने जैसे नुस्खे भी दे डाले!