भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान न सिर्फ़ सीमा पर हमारी सुरक्षा के लिए मुस्तैद खड़े हैं, बल्कि ज़रूरत पड़ने पर वो सीमाओं के भीतर भी हमारी मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. ताज़ा मामला उत्तराखंड के पिथौरागढ़ का है. यहां आईटीबीपी के जवानों के एक दल ने एक व्यक्ति का शव कंधे पर उठाकर आठ घंटे में 25 किलोमीटर का सफ़र पैदल तय किया और शव परिवार वालों को सौंपा.  

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आईटीबीपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि, ‘जवानों ने 30 वर्षीय व्यक्ति के शव को उठाकर आठ घंटे में 25 किमी की दूरी तय की और शव को परिवाल वालों को सौंपा.’  

उन्होंने बताया कि, ‘8 जवानों की एक टीम ने सुबह 11:30 बजे चलना शुरू किया और उसी दिन शाम 7:30 बजे मुन्सीयारी गांव पहुंची.’  

इससे जुड़ा एक वीडियो भी आईटीबीपी ने ट्वीट किया है. इसमें देखा जा सकता है मास्क लगाए जवान शव को स्ट्रेचर पर रखकर पैदल ही चल रहे हैं. इस पूरे इलाक़े में दुर्गम पहाड़ियां हैं और यहां भारी बारिश के चलते भूस्ख़लन का ख़तरा बना रहता है.   

बता दें, ये कोई पहली बार नहीं है, जब आईटीबीपी के जवानों ने इस तरह का काम किया हो. अभी कुछ दिन पहले की ही बात है, जब आईटीबीपी के जवानों ने एक जख़्मी महिला को स्ट्रेचर पर लिटाकर 40 किलोमीटर तक की दूरी को 15 घंटे में पैदल तय कर अस्पताल पहुंचाया था. ये घटना भी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के एक गांव की थी.  

वीडियो में जवान दुर्गम इलाकों से एक घायल महिला को एक स्ट्रेचर पर रखकर हॉस्पिटल पहुंचाने नज़र आ रहे हैं. इस दौरान जवानों ने कई बाढ़ वाले नालों और भूस्खलन वाले क्षेत्रों को पार किया था.