साधु-संयासियों द्वारा किए अपराधों का पर्दाफ़ाश आए दिन हो रहा है. दिगंबर जैन मुनि शान्तिसागर महाराज पर एक 19 वर्षीय युवती के बलात्कार का आरोप लगा है.

ये युवती अपने माता-पिता के साथ शान्तिसागर से आशीर्वाद लेने आई थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मेडिकल जांच में ये पुष्टि हो चुकी है कि युवती के साथ बलात्कार किया गया है.

मूल रूप से मध्य प्रदेश के निवासी ने इस मुनि को मार्च 2017 में अपना गुरू मान लिया था.

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पुलिस के मुताबिक,

1 अक्टूबर को युवती अपने भाई और माता-पिता के साथ मुनि से आशीर्वाद लेने गई. मुनि ने उन्हें मन्त्रों के उच्चारण तक वहीं रोक लिया. इसके बाद मुनि ने पूजा के बहाना बनाया और युवती को दूसरे कमरे में ले गया, जहां उसने युवती का बलात्कार किया. पहले तो युवती ने डर के कारण अपने माता-पिता से कुछ नहीं कहा, लेकिन घटना के 11 दिन बाद उसने अपनी आपबीती अपने माता-पिता को सुनाई. युवती को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया जहां उसके साथ बलात्कार होने की बात की पुष्टि हुई.

शनिवार को जैसे ही एफ़आईआर की बात फैली, मुनि ने मौन व्रत साध लिया. शनिवार को उसे सवाल पूछने के लिए ले जाया गया और रात में अरेस्ट कर लिया गया.

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सूरत के पुलिस कमीश्नर सतीश शर्मा ने बताया,

हमने युवती के शिकायत के आधार पर एफ़आईआर दर्ज कर ली है. मेडिकल जांच में भी ये पता चला है कि युवती का बलात्कार हुआ है.

मुनि की तरफ़ से बयान जारी किया गया है कि उसे Sexual Exploitation के केस में फंसाया जा रहा है. उसने ये भी कहा कि वो युवती को पिछले 5-6 महीनों से जानता था और उनके बीच लड़की की सहमति से शारीरिक संबंध बनते थे. उसने ये भी कहा कि उसने पहली बार किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे. जब उससे पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया, तो इस सवाल का उसके पास कोई जवाब नहीं था.

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सकल दिगंबर जैन समाज के वक़ील आर.जी.शाह ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है,

एफ़आईआर में कहा गया है कि बलात्कार रात 9:30 से 10:30 के बीच हुआ जबकि मुनि 8:30 बजे के बाद किसी से भी नहीं मिलते. ये मुनि की छवि मैली करने की साज़िश है.

पिछले कुछ महीनों मे ऐसे कई बाबा, मुनि, सन्यासियों पर युवतीयों के बलात्कार का आरोप लगे हैं. समझ नहीं आता कि लोग ढोंगियों पर अंधा विश्वास कैसे कर लेते हैं. अगर संयासी होकर भी कोई संसार से विमुख नहीं हो सका है, तो वो कैसा संयासी है?

Source- TOI