नागरिकता संशोधन कानून 2019, आने के बाद से देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. दिल्ली का जामिया मिलिया विश्वविद्यालय विरोध प्रदर्शन का केंद्र बना हुआ है. कल दिल्ली पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में घुस कर छात्रों के ऊपर लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले बरसाए. 

इस मामले को कवर कर रहे NDTV ने अपने रिपोर्ट में लिखा है कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच झड़प होने के बाद पुलिस बिना इजाज़त के विश्वविद्यालय कैंपस के भीतर घुंस गई और 100 छात्रों को हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया. 

The Print

एक छात्र ने NDTV के पत्रकार से बात करते हुए कहा कि उसे इस देश में डर लगता है… पता नहीं कल को उसके दोस्त भारतीय कहलाएंगे या नहीं. 

मैं मुस्लिम भी नहीं हूं. लेकिन मैं पहले दिन से आगे खड़ी हूं. क्यों? क्योंकि मेरे परिवार के साथ जो हुआ… इस शिक्षा का क्या फ़ायदा अगर हम अपने हक़ के लिए खड़े न हों.

-एक छात्र

Hindustan Times

एक अन्य छात्र ने बताया कि वो पुस्तकालय में थी तभी सुपरवाइज़र ने फ़ोन करके बताया कि हालात बेक़ाबू हो चुके हैं. वो बाहर निकलने ही वाली थी कि छात्रों का भीड़ पुस्तकालय के भीतर आने लगी और 30 मिनट के भीतर पुस्ताकलय भर गया. 

पुलिस ने पुस्तकालय के भीतर जाकर भी आंसू गैस की गोलियां दागी. जिससे कई छात्रों के हालात ख़राब हो गई. 

Scroll

सीनियर पुलिस अधिकारी चिनमय बिसवाल ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस इसलिए विश्वविद्यालय के भीतर घुंसी क्योंकि पत्थरबाज़ी करने वाले छात्र कैंपस में छिप गए थे.