शशिकला को जब से कोर्ट ने झटका दिया है, तब से उनकी किस्मत ही ख़राब चल रही है. कोर्ट के फ़ैसले के बाद भी उनके गुट के लोग उन्हीं को अपना नेता मान रहे थे, इसी बीच जयललिता के भतीजे दीपक जयकुमार ने शशिकला की जम कर आलोचना कर दी है.

एक कार्यक्रम के दौरान दीपक ने शशिकला द्वारा TTV दिनाकरण को AIADMK का डिप्टी जनरल सेक्रेटरी बनाए जाने के फ़ैसले पर सवाल खड़ा कर दिया. उनका कहना है कि पार्टी की बागडोर पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम के हाथों में दे देनी चाहिए, ताकि पार्टी की एकता बनी रहे. उन्होंने कहा कि अगर कोर्ट कहेगा, तो जयललिता पर लगाये गए सौ करोड़ के जुर्माने को भरने के लिए भी तैयार हैं.

दीपक ने राजनीति में परिवारवाद का विरोध किया और दिनाकरण को इस पद के लिए मिसफ़िट बताया. साथ ही उन्होंने ये कहानी भी सुनाई कि किस तरह जयललिता ने दिनाकरण को पार्टी ने निकाल बाहर किया था.
दीपक ने शशिकला के फ़ैसले को पार्टी विरोधी बताया और कहा कि पार्टी को पन्नीरसेल्वम, मधुसुदन और पोंनैयां जैसे लोगों की ज़रुरत है. उन्होंने शशिकला को अपनी मां जैसी बताया और डिप्टी जनरल सेक्रेटरी का पद पन्नीरसेल्वम को देने को कहा. दीपक के अनुसार, पार्टी को स्टालिन से लड़ने की ज़रुरत है, दीपा या पन्नीरसेल्वम से नहीं.

जयाललिता की मौत पर सवाल उठने की बात पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग इन अफ़वाहों से उनका कद को छोटा करना चाहते हैं. मगर ऐसा कुछ होने नहीं वाला, क्योंकि हॉस्पिटल में बहुत अच्छे से हर चीज़ का ख्याल गया था. कोर्ट के सामने हम सब उनकी बेगुनाही को साबित करने के लिए फ़ाइन भी भरने को तैयार हैं.