आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी खड़कपुर, आईआईटी कानपुर और आईआईटी रुड़की में एडमिशन पाना हर छात्र का सपना होता है. देश के इन टॉप कॉलेजों में दाख़िला पाने के लिए हर साल लाखों छात्र JEE की परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही टेलेंटेड और ख़ुशनसीब छात्रों को इन कॉलेजों में एडमिशन मिल पाता है.
बीते मंगलवार को ‘JEE Advanced 2020’ परीक्षा के नतीज़े आए थे. इस दौरान पुणे के 18 वर्षीय चिराग फालोर ने ऑल इंडिया में टॉप रैंक हासिल की है. IIT बॉम्बे ज़ोन के चिराग ने 396 में से 352 अंक प्राप्त किए हैं, लेकिन चिराग ने देश के जानेमाने IIT इंस्टीट्यूट्स में एडमिशन नहीं लेने का फ़ैसला करके सभी को चौंका दिया है.
एमआईटी में ले चुके हैं एडमीशन
एमआईटी में ले चुके हैं एडमीशन दरअसल, चिराग फालोर ने देश के टॉप IIT इंस्टीट्यूट्स में एडमिशन लेने से पहले ही मार्च महीने में दुनिया के जाने-माने ‘मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी’ (MIT) में प्रवेश ले लिया था, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से भारत में रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे. चिराग उन 5 भारतीय छात्रों में से एक हैं, जिन्हें इस साल MIT में दाख़िला मिला.
चिराग ने ख़ुद इसकी जानकारी देते हुए कहा कि, मैंने ‘मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में पहले ही प्रवेश ले लिया था. आगे की पढ़ाई भी वहीं से करने की योजना है. मैंने JEE एडवांस 2020 के साथ ही MIT की प्रवेश परीक्षा भी दी थी. मैं रात में MIT में ऑनलाइन क्लासेज में शामिल होता था और दिन में IIT परीक्षा की तैयारी करता था.
IIT में प्रवेश पाना बेहद मुश्किल है, मैंने 4 साल ख़ूब तैयारी की क्योंकि इसका सिलेबस बहुत बड़ा है. वहीं, MIT कैंडिडेट्स का आकलन उसके व्यक्तित्व और क्षमता के आधार पर करता है और ये देखता है कि कैंडिडेट अवसरों से कितना लाभ उठा सकता है. अगले साल जनवरी में अमेरिका जाने की योजना है.
पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ़
पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ़ अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले चिराग फालोर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से साल 2020 के ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिराग की काफ़ी तारीफ़ की थी.
बता दें कि चिराग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय गणित और विज्ञान प्रतियोगिताओं के विजेता भी रहे. उन्होंने खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड पुरस्कार में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. चिराग के तेज दिमाग और वैज्ञानिक स्वभाव से पीएम मोदी काफ़ी प्रभावित हुए थे.