कुछ दिनों पहले हमारे सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. वीडियो में कतार में बैठे बच्चे मीड डे मील खा रहे थे और मील में उन्हें नमक रोटी परोसी गई थी.
अब ख़बर आई है कि वीडियो बनाने वाले पत्रकार, पवन कुमार जायसवाल पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने FIR दर्ज कर दी है. The Telegraph की रिपोर्ट के मुताबिक़, पवन जायसवाल के अलावा दो अन्य लोगों पर जमालपुर, मिर्ज़ापुर के बीडीओ, प्रेम शंकर राम की शिकायत पर FIR दर्ज की गई.
बीडीओ प्रेम का आरोप है कि मिर्ज़ापुर के प्राइमरी स्कूल का वीडियो, सरकार की छवि बिगाड़ने के बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है.
पवन जायसवाल ने एक अन्य वीडियो जारी करते हुए बताया कि उन्हें कई दिनों से इस बात की सूचना मिल रही थी कि स्कूल में बच्चों को कभी नमक-रोटी तो कभी नमक-चावल दिया जा रहा है. पवन ने बताया कि उन्हें किसी का फ़ोन आया था जिसके आधार पर वे स्कूल के अधिकारी को बताकर स्कूल पहुंचे थे. उन्होंने दोपहर 12:07 पर पहला वीडियो बनाया. पवन का ये भी कहना है कि वीडियो चलने से पहले डीएम को सूचना दी गई थी और उन्होंने स्कूल पहुंचकर जांच की और कुछ लोगों को निलंबित भी किया.
This is Pawan Jaiswal , the #Mirzapur reporter who broke the roti + salt in mid day meal story. He has been booked by @mirzapurpolice for allegedly conspiring against the @UPGovt . In this video he reiterates he reported what he saw . @IndEditorsGuild please take cognizance ! pic.twitter.com/5mU47uufAo
— Alok Pandey (@alok_pandey) September 2, 2019
एक अन्य वीडियो में पवन अपने ऊपर दर्ज किए सभी मामले ख़ारिज करने की बात कर रहे हैं.
update from #PawanJaiswal , the reporter booked by the @mirzapurpolice for exposing rotis+salt in #MidDayMeal . he acknowledges support , and demands the case against him be withdrawn.he points out this FIR will demotivate many like him who report from far flung areas ! pic.twitter.com/jPR5il0MsP
— Alok Pandey (@alok_pandey) September 3, 2019
एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया ने भी उत्तर प्रदेश सरकार से पवन पर लगाए गए सभी केस वापस लेने की गुज़ारिश की है.
The Editors Guild of India has issued a statement pic.twitter.com/F3q4WAlphn
— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) September 2, 2019
पत्रकार प्रशांत कुमार और पत्रकार आलोक पांडे के ट्वीट के मुताबिक़ मिर्ज़ापुर के लोकल पत्रकार, पवन पर लगे आरोपों के विरोध में धरने पर बैठ गए हैं.
A protest by journalists in #Mirzapur , where their colleage #PawanJaiswal has been booked by the police for exposing rotis+ salt in mid day meals in the district ! pic.twitter.com/cACGxjyp49
— Alok Pandey (@alok_pandey) September 3, 2019
Breaking: It's journalists vs admin now in Mirzapur. Local reporters sit on a dharna demanding quashing of the FIR against journalist booked by Yogi's police. pic.twitter.com/yqaX9S9155
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) September 3, 2019
पत्रकारों को अपना काम करने की सज़ा मिलना, लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा ख़तरा है.