ड्रग्स दो मुझे ड्रग्स दो…
1. तनुश्री पाण्डेय
2. प्रतिमा मिश्रा
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एबीपी न्यूज़ की रिपोर्टर और कैमरापर्सन को डिटेन कर लिया. रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा के साथ हाथा-पाई की तस्वीरें और वीडियो हम सब के सामने हैं. पुलिस ने दोनों को घटना पर रिपोर्ट न करने को कहा और उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाया. प्रतिमा ने रिपोर्टिंग जारी रखी और पूछा कि गांव में न घुसने का र्डर दिखाया. यूपी पुलिस कोई ऑर्डर नहीं दिखा पाई और पत्रकार के साथ ही ग़लत व्यवहार किया.
3. हाथरस के स्थानीय पत्रकार
4. बरखा दत्त
पैंडमिक के दौरान बरखा दत्त ने अपनी पत्रकारिता से साबित कर दिया है कि पत्रकार किसी ओहदे का मोहताज नहीं है. जब देश लॉकडाउन में था तब बरखा ने देशभर में घूम-घूम कर हम तक कई कहानियां पहुंचाई.
5. सलमान रावी
बीबीसी पत्रकार सलमान रावी प्रवासी मज़दूरों का पलायन दिखा रहे थे. शूट के दौरान उन्होंने अपने जूते एक मज़दूर को दान कर दिए. इस हरकत की तारीफ़ भी हुई और पत्रकार पर शॉ ऑफ़ का इल्ज़ाम भी लगा. इस बात से कौन इंकार कर सकता है कि इस दुनिया को अगर कुछ चाहिए तो वो है थोड़ी सी ‘दयालुता’
6. राना अयूब
For those who ask about physical distancing, we really try our best. Through our relief trips we have also tried to raise awareness about wearing masks and sanitation. But honestly, we are dealing with villages that are dealing with crippling starvation. https://t.co/y6OADrDpPE pic.twitter.com/VwCafRswMK
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) August 28, 2020
ट्विटर पर कुछ चुनींदा लोगों के लिए गालियां देने वालों का रेला सा लग जाता है. उन चुनींदा लोगों में से ही एक हैं पत्रकार राना अयूब. पैंडमिक में राना ने बहुत से लोगों की मदद की. राना खाने-पीने और साफ़-सफ़ाई की चीज़ें पहुंचाने के लिए ख़ुद सड़कों पर उतरीं.
7. Faye D’Souza
Faye ने अपने यूट्यूब चैनल द्वारा कई ज़रूरी मुद्दों को उठाया है. पैंडमिक में हेल्थकेयर वर्कर्स से लेकर मज़दूरों तक, Faye ने उन सभी इश्यूज़ पर बात की जिन पर बात होनी चाहिए.