अपनी दो अनुयायियों से रेप के मामले में 20 साल जेल की सज़ा पाने वाले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम ने अदालत से रहम की कई बार फ़रियाद लगाई थी, लेकिन जज जगदीप सिंह ने कड़े तेवर दिखाते हुए उसके सारे तर्कों को खारिज कर दिया था. जज जगदीप सिंह ने इस मामले में जिस तरह का रुख अपनाया उससे साबित हुआ कि वे खुद राम रहीम के कृत्यों से कितने आहत थे.
जानिए जज जगदीप ने क्या कहा:
1. जज जगदीप सिंह ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, ‘राम रहीम ने जंगली जानवर जैसा काम किया है. दोषी ने अपनी महिला भक्तों के साथ यौन संबंध बनाए और उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दी. दोनों महिलाओं ने गुरमीत को ‘भगवान’ का दर्जा दे रखा था, लेकिन उसने उनके साथ शैतान सा व्यवहार किया. वो इंसान जिसे मानवता की कोई चिंता नहीं है और जिसके स्वभाव में कोई दया नहीं है, वो उदारता के लायक नहीं है.
2. राम रहीम का व्यवहार देश के पवित्र धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक संगठनों को अपमानित और कलंकित करने का काम करता है. उसकी इन हरकतों से देश के इन पवित्र संस्थानों की साख को नुकसान हुआ है और इस प्राचीन भूमि की विरासत को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है.
3. गुरमीत राम रहीम की दया की मांग को खारिज करते हुए जज ने कहा, ‘बेवजह दया दिखाने से न्याय प्रणाली को ही ज़्यादा नुकसान होगा और इससे क़ानून पर लोगों का भरोसा कम होगा.
4. जस्टिस जगदीप सिंह ने कहा, ‘कोर्ट बुराइयों को खत्म करने के लिए ही हैं. सख़्त सज़ा के जरिए आपराधिक मंसूबे रखने वाले लोगों को कड़ा संदेश मिलेगा और खुद दोषी भी ऐसी हिमाकत करने से पहले कई बार सोचेगा. अपराधी में सुधार हो सकेगा और वो क़ानून का पालन करने वाला नागरिक बनेगा. यह समाज के लिए भी अच्छा है’
5. जज ने कहा कि गुरमीत राम रहीम का कहना है कि वो फ़िल्मों के लिए विदेश जाते रहे हैं. उनके डेरे के संस्थानों में 7 से 8 हज़ार लोग नौकरी करते हैं. इससे साफ़ होता है कि दोषी के पास पैसों की कमी नहीं है. वो अपनी आपराधिक हरकतों से उत्पीड़न झेलने वाली पीड़िताओं की मदद के लिए जुर्माना तो दे ही सकता है. गौरतलब है कि दोनों पीड़ित महिलाओं को 14-14 लाख रुपये देने का फ़रमान जारी हुआ है.
वहीं राम रहीम के वकीलों का कहना था कि बाबा की उम्र 50 साल है. वो हाइपरटेंशन, एक्यूट डायबिटीज और गंभीर पीठ दर्द की समस्या से जूझ रहा है. वह सामाजिक सेवा से जुड़े कई कामों से भी जुड़ा रहा है. उसकी बुजुर्ग मां भी है, जो कई बीमारियों से जूझ रही है.
उन्होंने कहा कि ‘बाबा के ही मोटिवेशन के तहत स्कूल-कॉलेज जैसे कई इंस्टीट्यूशन्स चल रहे हैं. हजारों लोग इनमें नौकरी करते हैं. इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए सजा सुनाने में नरमी बरतनी चाहिए. राम रहीम ने लोगों को वेश्याओं से शादी करने के लिए भी प्रेरित किया है और लोगों को नशे मुक्ति के प्रति जागरूक करने में प्रशंसनीय काम किया है.’ गौरतलब है कि अदालत में बाबा अपने सोशल वर्क्स की बुकलेट लेकर आया था. लेकिन जगदीप सिंह ने उनके सभी तर्कों को दरकिनार करते हुए उन्हें कड़ी सज़ा दी है.