कानपुर एनकाउंटर के मास्टरमाइंड विकास दुबे को पुलिस ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से किया गिरफ़्तार कर लिया है. 2 जुलाई की रात 8 पुलिसकर्मियों की जान लेने वाला ये शातिर अपराधी आख़िरकार पुलिस की गिरफ़्त में आ ही गया है.
Vikas Dubey was going to Ujjain Mahakal temple when he was identified by security personnel. Police were informed, he confessed his identity after being pushed for it. He has been apprehended by police & interrogation is underway: Ashish Singh, Ujjain Collector #MadhyaPradesh https://t.co/tBNHn3pwuw
— ANI (@ANI) July 9, 2020
बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के बाहर मीडिया और पुलिस को बुलाकर सरेंडर किया है. विकास दुबे ने महाकालेश्वर मंदिर की पर्ची कटाई और इसके बाद ख़ुद ही सरेंडर कर दिया. फिलहाल स्थानीय पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया है. यूपी पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ़्तारी की पुष्टि की है.
मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, विकास दुबे महाकाल मंदिर के सामने खड़ा था. जब वहां स्थानीय मीडिया पहुंची तो वो चिल्लाने ‘मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला’. इसके तुरंत बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और उसे गिरफ़्तार कर महाकाल थाने ले गई.
#WATCH Madhya Pradesh: After arrest in Ujjain, Vikas Dubey confesses, “Main Vikas Dubey hoon, Kanpur wala.” #KanpurEncounter pic.twitter.com/bIPaqy2r9d
— ANI (@ANI) July 9, 2020
बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने बकायदा स्थानीय मीडिया को अपने सरेंडर की ख़बर पहले ही दे दी थी. इसके बाद उसने उज्जैन के महाकाल थाने के पास स्थानीय पुलिस के सामने सरेंडर किया है. सरेंडर की ख़बर के बाद यूपी STF की टीम उज्जैन रवाना हो गई है.
आज सुबह ही यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में विकास दुबे के दो साथियों को ढेर कर दिया था. इसके के थोड़ी देर बाद ही विकास दुबे ने एनकाउंटर के डर से उज्जैन में सरेंडर कर दिया.
बता दें कि बुधवार को विकास दुबे फ़रीदाबाद के एक गेस्ट हॉउस में चेक इन की कोशिश करता हुआ पाया गया था. इसके बाद पुलिस ने फ़रीदाबाद के एक घर में दबिश देकर उसके दो साथियों को गिरफ़्तार कर लिया था, लेकिन विकास दुबे फ़रार हो गया था. इस दौरान पुलिस ने उसे ढूंढने की काफ़ी कोशिश की लेकिन वो मिला नहीं.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा- जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धुल जाएंगे, उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं. हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख़्शने वाली नहीं है.
जिनको लगता है कि महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएंगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख़्शने वाली नहीं है: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो) #KanpurEncounter pic.twitter.com/uCAmFsxHBk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2020
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, अभी विकास दुबे मध्य प्रदेश पुलिस की कस्टडी में है. गिरफ़्तारी कैसे हुई? इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं है. मंदिर के अंदर से या बाहर से गिरफ़्तारी को लेकर कहना भी ठीक नहीं है. उसने क्रूरता की हदें शुरू से ही पार कर दी थीं.
Chief Minister Shivraj Singh Chouhan has spoken with Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath over the arrest of Vikas Dubey from Ujjain. MP Police will hand over him to UP Police: Madhya Pradesh Chief Minister’s Office (file pics) #KanpurEncounter pic.twitter.com/BDqZqAQPJP
— ANI (@ANI) July 9, 2020
अब सवाल ये उठता है कि आख़िर इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद विकास दुबे फ़रीदाबाद से मध्य प्रदेश के उज्जैन कैसे पहुंच गया? उसके करीबी साथियों को ढेर करने के बावजूद आख़िर उसकी मदद कौन कर रहा था?