दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर एक बार फिर लोगों की सांसों के साथ खेल रहा है. मंगलवार की सुबह दिल्ली और एनसीआर के आकाश को स्मॉग की चादर ने लपेट लिया है.आलम ये था कि मंगलवार की सुबह 6 बजे भी लोगों को पार्क में व्यायाम न करने की सलाह डॉक्टर्स दे रहे थे.

वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर इस मामले में चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि दिल्ली एक गैस चैंबर बन चुकी है. हर साल इन महीनों के दौरान दिल्ली के हालात खराब हो जाते हैं. हमें गंभीरता से दूसरे राज्यों में जलने वाले इन धान के अवशेषों के बारे में सोचना होगा. साथ ही दिल्ली सरकार ने अगस्त में ही इन राज्यों की सरकारों को धान के अवशेषों को जलाने के किफ़ायती उपाय करने के लिए पत्र लिखे थे ताकि नवंबर में दिल्ली के हालात एक बार फिर बदतर न हो लेकिन दिल्ली के हालात देखकर ज़ाहिर है, इन पत्रों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.

इसके अलावा केजरीवाल ने प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूल को कुछ दिन बंद रखने की भी अपील की है

दरअसल प्रतिबंध के बावजूद पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तरप्रदेश में नवंबर के दौरान जलाए जाने वाले धान के अवशेषों की वजह से दिल्ली समेत उत्तर भारत में प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ जाती है. सोमवार शाम से ही जहरीला स्मॉग दिल्ली और एनसीआर में छाया हुआ है. शाम में स्मॉग की वजह से विज़िबिलिटी भी घटकर महज 500 मीटर ही रह गई थी, वहीं मंगलवार सुबह हालात और बदतर हो गए. स्मॉग के चलते दिल्ली के कई इलाकों में विज़िबिलिटी 100 मीटर से भी कम रही.

मौसम विभाग का कहना है कि जहरीले स्मॉग का कहर तीन से पांच दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा. वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने दिल्ली में हेल्थ एमरजेंसी स्टेट घोषित कर दिया है. IMA अध्यक्ष डॉक्टर केके अग्रवाल के मुताबिक,दिल्ली-एनसीआर में तत्काल स्कूल बंद किए जाने चाहिए.

दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वॉलिटी ‘बेहद खराब’ की कैटिगरी में बनी हुई है. दिल्ली के लोधी रोड का बुरा हाल है. वहीं, इंडिया गेट के आसपास भी हालात बदतर हैं. दिल्ली-एनसीआर में छाए स्मॉग ने रेल के साथ-साथ हवाई यातायात पर भी असर डाला है. स्मॉग की वजह से जहां 12 ट्रेनें देरी से चल रही हैं. वहीं, दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मंगलवार सुबह 20 से अधिक फ्लाइट भी उड़ान नहीं भर पाईं.

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि तीन-चार दिन बाद ही इससे राहत की उम्मीद है. पिछले साल दीपावली पर स्मॉग छा गया था, जिस कारण लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी हुई थी. इससे तौर पर कोहरे की स्थिति तब होती है जब विजिबिलिटी 200 मीटर से कम होती है.

मंगलवार सुबह धुंध इतनी थी कि 50 मीटर तक देखना भी मुश्किल हो गया है. वहीं नोएडा और गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया है. माना जा रहा है कि अगर इसमें सुधार नहीं हुआ और एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 450 के पार होता है तो स्कूलों को कुछ दिनों के लिए बंद करना पड़ सकता है.

Feature image source: Gadgets360cdn