एक बंदे के दुखों की शुरुआत तब होती है, जब वो सब कुछ छोड़-छाड़ कर इंजीनियरिंग करने का फैसला लेता है. इसका जीता-जागता उदाहरण है केरल के कुन्नूर का विमल ज्योति इंजीनियरिंग कॉलेज, जहां हॉस्टल में बच्चों के हंसने पर प्रशासन उन पर फाइन लगा रहा है.

इस बात का खुलासा उस समय हुआ, जब एक लड़के ने इसे तालिबानी फैसला कहते हुए इसके विरोध में फेसबुक पर पोस्ट किया.

मामले के अनुसार, होटल में किसी भी बच्चे को हंसते हुए पकड़े जाने पर 50 रुपये का फाइन काटा जा रहा है, जिसके बदले एक रिसिप्ट दी जा रही है.