छेड़खानी करने वालों को कितनी सज़ा होती होगी? कुछ पैसे या फिर कुछ महीनों की सज़ा? बस? क्या ये काफ़ी है उस आदमी के लिए जिसने किसी की इज़्ज़त को बेआबरू करने की कोशिश की हो? लेकिन हमारी दंड संहिता के अनुसार ये काफ़ी है.

केरल पुलिस ने छेड़खानी करने वालों को सज़ा देने का नायाब तरीका ढूंढ निकाला है. केरल के पुलिसवालों ने छेड़खानी करने वालों के कपड़े उतरवा दिए और उनसे पुलिस स्टेशन के अंदर ही डांस करवाया.

पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें 3 व्यक्ति अंडरवेयर में दिखाई दे रहे हैं. ये लोग ताली बजा रहे थे और डांस कर रहे थे.

ये वीडियो केरल के मालाप्पुरम ज़िले के तनुर पुलिस स्टेशन का है और ये वीडियो वहीं के पुलिसवालों ने बनाया है.

स्थानीय निवासियों का आरोप था कि तीनों ने इलाके में उधम मचा रखा था, परेशान होकर तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया. इलाके की लोकल मीडिया ने ये ख़बर छापी की पुलिसवालों ने तीनों के कपड़े उतरवा दिए थे, लेकिन स्थानीय निवासियों ने उसी अवस्था में तीनों को पुलिस के हवाले किया था.

2016 में आई मलायलम फ़िल्म ‘ऐक्शन हीरो बिजु’ में पुलिसवालों ने एक छेड़छाड़ के आरोपी को इसी तरह पुलिस स्टेशन के अंदर गाना गाने कहा था.

सवाल ये उठ रहा है कि छेड़खानी के आरोपियों को इस तरह सबक सिखाना कहां तक सही है? पुलिस जो कर रही है उस ज़्यादती कहना ग़लत नहीं होगा. क़ानून को हाथ में लेना सिर्फ़ फ़िल्मों में शोभा देता है, असल ज़िन्दगी में ऐसा करना बहादुरी नहीं है. 

Source- India Times