‘जहां चाह होती है वहां रहा होती है’ और अगर सपनों को पाने की चाह हौसलों से भरी हो तो उसे पाना मुश्किल नहीं होता है. ये साबित किया है केरल की 31 वर्षीय एनी शिवा ने, जो इन दिनों काफ़ी चर्चा में बनी हैं. एनी ने फ़र्श से अर्श तक के सफ़र को तय किया और बाकी महिलाओं के लिए मिसाल बन गईं.
ये भी पढ़ें: दुर्गाबाई देशमुख: जो सिर्फ़ महिला नहीं, बल्कि नारी-शक्ति की वो मिसाल है जिसे भूल पाना मुश्किल है
दरअसल, एनी ने अपनी ज़िंदगी में काफ़ी उतार-चढ़ाव देखे, अपने इस सपने को एक बच्चे की परवरिश करने के साथ पूरा किया है. आज वर्कला पीएस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत एनी कभी इसी जगह नींबू पानी और आइसक्रीम बेचकर अपना गुज़र बसर करती थीं.
एनी ने ANI को बताया,
मैंने वर्कला शिवगिरी आश्रम के पास नींबू पानी, आइसक्रीम से लेकर क्राफ़्ट के सामान का स्टॉल लगाया, लेकिन मुझे हर काम में निराशा हाथ लगी. तभी एक व्यक्ति ने मुझे सब-इंस्पेक्टर पद के लिए परीक्षा के लिए पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया और पैसों से मदद भी की.
-एनी शिवा
ये भी पढ़ें: मिसाल बना ये कपल, एक ने तेज़ाब की जलन सही, तो दूसरे ने दर्द का मरहम बन थामा हाथ
उन्होंने आगे बताया,
जब मुझे पता चला कि मेरी पोस्टिंग वर्कला पुलिस स्टेशन में है. ये वो जगह है जहां मैंने अपने छोटे से बच्चे के साथ बहुत उतार-चढ़ाव देखे थे. मैंने सभी मुश्किलों को पार करके अपने लक्ष्य को हासिल किया है. मुझे ख़ुशी है कि मैं अन्य महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हूं.
-एनी शिवा
एनी की ज़िंदगी और उनकी पढ़ाई के बारे में बात करें तो इन्होंने कांजीरामकुलम के के.एन.एम. गवर्नमेंट कॉलेज से पढ़ाई की है, जब वो ग्रेजुएशन के पहले साल में थीं, तब उन्हें एक लड़के से प्यार हो गया था. एनी ने जब घरवालों से उस लड़के से शादी करने के लिए कहा, तो घरवालों ने मना कर दिया. फिर एनी ने परिवार के ख़िलाफ़ जाकर उससे शादी कर ली. एनी की ज़िंदगी में ख़ुशियां ज़्यादा दिन नहीं टिकीं, दो साल बाद ही दोनों अलग हो गए और एनी अपने 6 महीने के बच्चे के साथ अकेली रह गईं.
आगे बात करते हुए एनी ने कहा,
घरवालों के ख़िलाफ़ जाकर शादी करने की वजह से जब मैं वापस आई तो समाज के डर से मुझे किसी ने नहीं अपनाया. फिर मैं अपनी नानी के घर में अपने शिवासूर्या के साथ रही. इसके बाद नौकरी की तलाश में मैंने उस घर को भी छोड़ दिया.
-एनी शिवा
उन्होंने आगे बताया,
मैं हमेशा से भारतीय पुलिस सेवा में अधिकारी बनना चाहती थी, लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंज़ूर था. मैंने जब अपनी कहानी को फ़ेसबुक पोस्ट के ज़रिए लोगों तक पहुंचाया तो लोगों ने उसे ख़ूब सराहा. इस प्यार और सम्मान को पाकर मैं बहुत गर्व और भावनात्मक महसूस कर रही हूं,
-एनी शिवा
एनी की सराहना केरल पुलिस ने ट्वीट के ज़रिए की,
A true model of will power and confidence…
— Kerala Police (@TheKeralaPolice) June 27, 2021
An 18-year-old girl who was left on the streets with her 6-month-old baby after being abandoned by her husband and family has become #subinspector @Varkalapolicestation.#keralapolice #AnieSiva pic.twitter.com/AM0CnhETrz
केरल पुलिस के इस पोस्ट पर लोगों ने जमकर अपनी प्रतिक्रिया दीं और एनी को एक हीरो बताया.
She is real hero🔥💯
— Hanan (@Hanan30806284) June 27, 2021
Bravo……
— Parappara (@shigoparappara) June 27, 2021
— Rajeev© (@rajeevgpnth) June 27, 2021
God surprises his people in most unexpected journey of life.
— Tj (@AbrahamToji) June 27, 2021
Salute…🙏🏻🙏🏻🙏🏻
— nazim majeed (@nazimmajeed6) June 27, 2021
Big Salute
— Dileep perambra (@dileepkumartmq) June 27, 2021
आपको बता दें, साल 2014 में एक दोस्त के कहने पर एनी ने एसआई परीक्षा की तैयारी शुरू की. और फिर महिला पुलिस अधिकारी के पद के लिए परीक्षा देने के बाद 2016 में उन्होंने सिविल ऑफ़िसर के पद पर नौकरी की. साल 2019 में एसआई का टेस्ट पास करने के बाद परिवीक्षा अवधि पूरी की और शनिवार को उन्होंने वर्कला ग्रामीण पुलिस सब डिवीज़न में सब इंस्पेक्टर के पद पर जॉइन किया.
सलाम है एनी की हिम्मत को जो इतनी मुश्किलों के बावजूद भी चट्टान की तरह मज़बूत रही और अपने लक्ष्य को हासिल किया.