ये छह साल का मासूम बच्चा अनजाने में एक जानलेवा ख़तरे से खेल रहा था. कुछ दिन पहले ये घर के पास ​की झाड़ियों से तेन्दुए के दो बच्चों को बिल्ली के बच्चे समझ कर उठा लाया था. दो दिन तक वो इसी के घर में खुले घूम रहे थे. परिवार भी इस बात से अंजान था और इन बच्चों को रोज़ दूध पिला रहा था. जब मोहल्ले के बाकी लोगों ने ये देखा, तो वो हैरान हो गए. ये घटना थी आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम में बसे आदिवासी इलाके, पडेरू की है.

पड़ोसियों के बताने के बाद इसकी जानकारी वन विभाग को दी गयी और कर्मचारियों को बुलाया गया. अधिकारियों ने तेन्दुए के बच्चों को घर से 10 किलो मीटर दूर जंगल में छोड़ दिया. अधिकरी ने बताया कि अगर मादा तेन्दुआ वहां मौजूद होती, तो छह साल के बच्चे को कोई नहीं बचा सकता था. आपको बड़ा दें कि नन्हें तेंदुए जन्म के 10 दिन बाद आंख खालते हैं और 2 साल की उम्र तक मां के साथ ही रहते हैं.

Article Source- BangaloreMirror