पुलिस का काम अपराधियों को पकड़ कर सलाखों के पीछे भेज अपराध को ख़त्म करना है, पर यही पुलिस यदि अपराधियों को पकड़ने के साथ ही उन्हें सुधारने का काम करे, तो ये कहानी थोड़ी फ़िल्मी सी लगने लगती है. इसी फ़िल्मी कहानी को सच करने का काम कर रही है दिल्ली पुलिस, जिसके कीर्ति नगर थाने में अधिकारी अपराधियों को सुधार कर समाज से जोड़ने की एक कोशिश कर रहे हैं.

ख़बरों के मुताबिक, अपराध में लिप्त लोगों को प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना से ट्रेनिंग दिलाने के बाद उन्हें जॉब उपलब्ध करा रही है. पिछले 3 महीनों के दौरान ही यहां से ट्रैनिंग लेने के बाद 250 से ज़्यादा युवा नई ज़िंदगी की शुरुआत कर चुके हैं.

23 नवंबर को बैरक नंबर 209 में एक जॉब फ़ेयर का आयोजन किया गया था, जिसमें साल भर पकड़ा गया एक अपराधी भी इंटरव्यू के लिए आया हुआ था. 3 महीने हार्डवेयर मेंटेनेंस का कोर्स करने वाले इस अपराधी को भी इस फ़ेयर में जॉब मिल गई. अपने पति की हत्या के आरोप में जेल में रही रमा (बदला हुआ नाम) भी इंटरव्यू के ज़रिये एक हॉस्पिटल में नौकरी करने लगी है.

थाने के SHO अनिल कुमार शर्मा लगातार अपराधियों को इस बाबत जागरूक करते रहते हैं. आंकड़ों के मुताबिक, प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना से करीब 30.67 लाख लोग जुड़े थे, जिनमें से 2.9 लाख लोग नौकरी भी पा चुके हैं.

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Source: TopYaps