कोच्ची शहर एक अनोखी एकेडमी का गवाह बनने वाला है. जल्द ही शहर में नेत्रहीन बच्चों के लिए फुटबॉल एकेडमी खुलने जा रही है. इसमें भारतीय फ़ुटबॉल संघ के साथ अंतर्राष्ट्रीय नेत्रहीन फ़ुटबॉल संघ भी अपना योगदान देगा.

ये देश की पहली फ़ुटबॉल एकेडमी होगी जहां, नेत्रहीन बच्चों को खेल के गुर सिखाए जाएंगे. इस एकेडमी को पहचान दिलाने के लिए फ़ुटबॉल संघ एक अंतर्राज़्य फ़ुटबॉल टूर्नामेंट भी आयोजित करने जा रहा है, जहां से प्रतिभावान खिलाड़ियों को चुना जाएगा और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार किया जाएगा.

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Sunil J Mathew जो कि इस संघ के अध्यक्ष हैं, उनका कहना है कि इस एकेडमी का उदेश्य है नेत्रहीन खिलाड़ियों की एक ऐसी टीम तैयार करना, जो अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधीत्व कर सके. इस के लिए खिलाड़ियों को हर सुविधा प्रदान की जाएगी. इस एकेडमी में देश के बेहतरीन कोच काम करेंगे और समय-समय पर विदेश से भी कोच बुलाये जायेंगे.

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यहां बच्चों को स्कूल की तालीम भी दी जाएगी. इस एकेडमी को बनाने का मुख्य उदेश्य है कि 2014 की पैरालम्पिक्स में भारत की फ़ुटबॉल टीम की जगह बनाना.

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2013 में भारत की पहली नेत्रहीन फ़ुटबॉल टीम बनाई गई थी. भारत इस समय 23 स्थान पर है. इस एकेडमी के बनने के बाद उम्मीद की जा रही है कि भारत का स्थान इस खेल में ऊपर आएगा.