अगर हम कमज़ोरी को ताक़त बना लें, तो दुनिया जीत सकते हैं. चौथी कक्षा में पढ़ने वाला कुणाल श्रेष्ठ इस कथन का सबसे बड़ा उदाहरण है. ये बच्चा मणिपुर के इम्फ़ाल का रहने वाला है. आपको जानकर हैरानी होगी कि बचपन से कुणाल का एक पैर नहीं है और फिर भी आज वो अपनी क़ाबिलियत से सुर्खियों में है.
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कुणाल ने एक पैर न होने का अफ़सोस नहीं मनाया, बल्कि उसे अपनी ताक़त बनाया. आज वो बैसाखी की मदद से बाक़ी बच्चों के साथ फ़ुटबॉल भी खेलता है और एक पैर से साइकिल भी चलाता है. फ़ुटबॉल खेलते हुए कुणाल का एक वीडियो भी ख़ूब वायरल हो रहा है. जिसने ये वीडियो देखा वो मंत्रमुग्ध हो गया.
#WATCH: Kunal Shrestha, a Class 4 student from Imphal plays football with a single limb. #Manipur
— ANI (@ANI) November 10, 2020
“My son was born without a limb. I vowed to never let him feel different from his peers. He never exhibited low esteem. He learned to ride a bicycle on his own”, says Kunal’s mother pic.twitter.com/NTzyOWhX4e
कुणाल की इस ख़ूबी के बारे में उसकी मां ने ANI से बात करते हुए कहा कि ‘मेरे बेटे का जन्म बिना अंग के हुआ था. मैंने उसे उसके बाक़ी साथियों से अलग महसूस नहीं कराया. उसने भी कभी अपने प्रदर्शन में कभी नहीं आने दी. kya likhna chah rahi ho यहां तक कि उसने साइकिल भी ख़ुद से चलाना सीखा.’
I love playing football. Initially, I faced problems in balancing, I was scared but now I have gained confidence. My friends support me a lot. I hope I will score a goal soon: Kunal Shrestha from Imphal, Manipur. https://t.co/PoQ0HIbBP3 pic.twitter.com/JSQP28MQBR
— ANI (@ANI) November 10, 2020
वहीं कुणाल का कहना है कि उसे फ़ुटबॉल खेलना अच्छा लगता है. शुरूआत में उसे बैलेंस बनाने में दिक्कत होती थी. वो थोड़ा डरा भी, लेकिन आज उसमें आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं है.
देखा… दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं है. बस ख़ुद की शक्ति को पहचानने की देरी होती है.