मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मजदूर की बेटी भारती खांडेकर को 10वीं कक्षा में 68% नंबर से पास होने पर इंदौर नगर निगम ने भारती की हौसला-अफ़ज़ाई के लिए एक फ्लैट गिफ्ट किया गया. साथ ही प्रशासन ने भारती की आगे की शिक्षा मुफ़्त करने का भी फैसला लिया.
भारती इस बात के लिए अपने माता-पिता को ज़िम्मेदार बताती हैं, वो कहती हैं. “मैं अपने माता-पिता को मुझे प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद देती हूं. हमारे पास रहने के लिए घर नहीं था, जिसकी वज़ह से हम फुटपाथ पर रह रहे थे.”
I aspire to become an IAS officer. I would like to thank the administration for gifting me this house and making my further education free: Bharti Khandekar #MadhyaPradesh https://t.co/YtJUTL0lzM
— ANI (@ANI) July 8, 2020
साथ ही भारती ने प्रशासन को घर देने के लिए और आगे की पढाई फ़्री करने के लिए शुक्रिया अदा किया और अपने सपनों के बारे में बताया. वो कहती हैं, “मैं IAS अफ़सर बनना चाहती हूं. मुझे घर गिफ़्ट करने और आगे की पढ़ाई मुफ्त करने के लिए मैं प्रशासन को धन्यवाद देना चाहती हूं.”
भारती जैसे होनहार स्टूडेंट्स का इस तरह से हौसला बढ़ाने क़ाबिले तारीफ़ है और साथ ही इसकी बहुत ज़रुरत है ताकि संसाधनों की कमी के चलते टैलेंट कहीं गुम ना हो जाए.