अख़बार के पन्ने पलटिएगा तो आपको अलग-अलग ख़बरों के बीच किसी VIP की रिबन काटने की तस्वीर ज़रूर दिख जाएंगी, ऐसा रोज़ का है. मगर बेंगलुरु में जो हुआ, वैसा रिबन रोज़ नहीं कटता. 

हाल ही में South Western Railway ने एक मज़दूर मां और उसकी 10 साल की बच्ची से स्टेशन पर लगे ऐस्केलटर उद्घाटन कराया. महिला मज़दूर ने ऐस्केलटर प्रोजेक्ट में काम किया था. लोगों ने रेलवे के इस कदम का स्वागत किया. 

TOI

TOI की रिपोर्ट के अनुसार, 9 नवंबर को एक सांसद द्वारा एसी हॉल और ऐस्केलटर का उद्घाटन होना था लेकिन अयोध्या फ़ैसले की वजह से बेंगलुरु में धारा 144 लागू कर दिया गया था और उद्घाटन समारोह टल गया. 

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लेकिन सांसद ने ये साफ़ कर दिया था कि जनता के लिए ऐस्केलटर और एसी हॉल निश्चित तारीख को ही खोल दिया जाएगा. 

तभी रेलवे के अधिकारियों ने तय किया कि ऐस्केलटर का उद्घाटन 10 साल की बेगम्मा से करा दिया जाए, जिसकी मां ने प्रोजेक्ट में मज़दूरी की थी. एसी हॉल का उद्घाटन भी दो अंजान बुज़ुर्गों से कराया गया. 

ऐसी चीज़ें रोज़ तो नहीं होतीं, लेकिन होनी चाहिए.