बहुत समय से चल रही लद्दाख को अलग डिविज़न बनाने की मांग आख़िरकार मांग ली गयी. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने लद्दाख को अलग डिविज़न का औहदा देते हुए ये प्रस्ताव पारित कर दिया. अभी तक लद्दाख कश्मीर डिविज़न के तहत आता था. अब यहां अलग डिविज़नल कमिश्नर और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (आईजी) बैठेंगे. अलग डिविज़न बन जाने से स्थानीय निवासियों को बराबरी के आधार पर विकास योजनाओं में हिस्सा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
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इस तरह से अब राज्य में तीन डिवीज़न हो गयी हैं, जम्मू, कश्मीर और लद्दाख. हालांकि लद्दाख़ में सिर्फ़ लेह नहीं, बल्कि कारगिल ज़िले को भी शामिल किया गया है. जबकि इसका मुख्यालय लेह में रहेगा.
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लद्दाख़ को काफ़ी समय से अलग डिविज़न बनाने की मांग चल रही थी और एक तरह से ये मांग तार्किक इसलिए भी थी क्योंकि कश्मीर की तरह ही लद्दाख की ज़रूरतें, भौगोलिक परिस्थिति, वहां की दिक्कतें अलग हैं. अभी तक कश्मीर के लिए जितना भी बजट अलॉट किया जाता था, लद्दाख की हिस्सेदारी भी उसी में से होती थी. साथ ही साल के 6 महीने बाकी दुनिया से कटे रहने की वजह से इस क्षेत्र के विकास पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितना दिया जाना चाहिए था. एक अलग डिविज़न बनने से स्थानीय निवासियों की अधिकांश समस्याओं को जल्द हल करने में आसानी रहेगी.