मध्यप्रदेश की एक महिला पुलिसकर्मी को फर्ज़ निभाने के लिए डिमोट कर दिया गया. जी आपने सही पढ़ा, हमने प्रमोट नहीं डिमोट लिखा है. इस पुलिसकर्मी का नाम ऊषा सोमवंशी है और बीते जून में इन्होंने जबलपुर के एक चेक पोस्ट पर एक कार रोकी थी. कार में टिंटेड शीट लगी हुई थी, जो कि गैरकानूनी है. ऊषा के मुताबिक उन्हें उस कार में लगी टिंटेड शीट के खिलाफ़ शिकायत मिली थी, जिसके बाद उन्होंने उसे रोका. कार रुकी तो उन्होंने उस पर लगी टिंटेड शीट के बारे में बोला कि वो गैरकानूनी है, जिस पर कार सवार लड़के बहस करने लगे. ऊषा ने इसके बाद वो शीट खुद से निकाल दी. इस दौरान कार सवार उसका विरोध करने लगे और किसी को फ़ोन पर कहने लगे कि ऊषा ने उनसे गाली-गलौज की है और सह पुलिसकर्मियों ने उन्हें मारा भी है.

वीडियो में ऐसा कुछ नहीं दिख था, हां उन लड़कों का विरोध और फ़ोन करना साफ़ दिख रहा था. ये वीडियो बीती 11 जून को फ़ेसबुक पर शेयर हुई थी, जिसके बाद ये वायरल होने लगी और करीब 16 हज़ार लोगों ने इसे शेयर भी किया. Indian Express की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के बाद ऊषा सोमवंशी को डिमोट कर दिया गया है.