मुज़फ्फ़रपुर में ‘चमकी’ बुखार से अब तक 100 से ज़्यादा बच्चों की मृत्यु हो चुकी है. कई बच्चे अभी भी इस बीमारी की चपेट में हैं और कई बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.


मुज़फ्फ़रपुर में आग की तरह फैल रहे ‘चमकी’ बुखार को कई पत्रकार रिपोर्ट करने भी गए. कुछ डॉक्टर्स पर चीखते-चिल्लाते नज़र आए, तो कुछ न सरकार से कड़े प्रश्न किए.  

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पत्रकारों की भीड़ में एक ऐसा पत्रकार भी था, जिसने वो कर दिखाया जो हर कोई नहीं कर पाता.


दैनिक जागरण के पत्रकार, अरुण झा ने एक अन्य पत्रकार की दिलेरी के बारे में पोस्ट लिखा.   

पोस्ट के अनुसार, शहर के लोकल न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर, आमिर हमज़ा ने पानी टंकी चौक से रिपोर्टिंग के दौरान एक बच्चे को अपने बाइक पर बैठाकर नज़दीकी अस्पताल में भर्ती करवाया. पोस्ट के अनुसार, बीमार बच्चे की मां को भी अस्पताल के रास्ते का पता नहीं था.  

आमिर की इस दिलेरी पर सोशल मीडिया के लोगों ने भी उनकी पीठ थपथपाई- 

पत्रकार का काम है ख़बर पहुंचाना, मगर उन्हें इंसानियत नहीं भूलनी चाहिए.