मुंबई के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण हर जगह पानी भर जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. जलभराव से यातायात बुरी तरह से प्रभावित है.

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उल्हास नदी में बाढ़ आने के कारण नदी का पानी आसपास के इलाकों में भर जाने से रेलवे ट्रैक भी डूब चुके हैं. शुक्रवार रात को बदलापुर और वांगणी के बीच ट्रैक पर जलभराव के कारण मुंबई-कोल्हापुर ‘महालक्ष्मी एक्सप्रेस’ ट्रैक पर ही फंस गई थी.

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भारी बारिश के बाद जलभराव के कारण ठाणे के वांगणी इलाके के खेतों में 6 फ़ीट तक पानी भर चुका था. ट्रेन की पटरियां करीब 2 फ़ुट तक पानी में डूब चुकी थीं. ट्रेन के डिब्बों में भी पानी भर रहा था, लगातार हो रही बारिश के कारण ट्रेन की छत भी टपक रही थी. यात्रियों का ट्रेन से बाहर निकलना मुश्किल था. जिन लोगों को तैरना आता था, वो बाहर निकलकर ऊंचाई वाले स्थानों पर पहुंच गए, बाकी ट्रेन में ही फंसे रहे.

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करीब 700 यात्रियों से भरी ‘महालक्ष्मी एक्सप्रेस’ घंटों ट्रैक पर फ़ंसी रही. इस दौरान यात्रियों का भूख प्यास से बुरा हाल था. इसके बाद शनिवार की सुबह एनडीआरएफ़, तीनों सेनाओं, रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य का मोर्चा संभाला. आख़िरकार 17 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है.

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रस्सियों और नावों के सहारे निकाले गए यात्री 

राहत और बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ़ की चार टीमों ने आठ नावों और रस्सियां की मदद से यात्रियों को निकालकर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया. करीब एक से डेढ़ किलोमीटर तक पानी में चलकर यात्रियों को ऊंचाई वाले स्थान तक पहुंचाया गया. इसके बाद उन्हें खाने-पीने की चीज़ें और मेडिकल मदद मुहैया कराई गईं.

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दूसरा सबसे बड़ा राहत-बचाव कार्य 

मुंबई में 26 जुलाई 2005 को आई बाढ़ के बाद से ये अब तक का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान था. इस दौरान बचाव दल ने 3 से 6 फ़ीट पानी में उतरकर ‘महालक्ष्मी एक्सप्रेस’ के सभी यात्रियों की जान बचाई. सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद शनिवार को ये अभियान खत्म हो गया. ख़ास बात ये रही कि इस अभियान में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ.

बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने इस अभियान को सहासी कार्य बताते हुए ट्विटर पर कहा-

बचाव अभियान चलाकर ‘महालक्ष्मी एक्सप्रेस’ के 700 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित बचाने के लिए एनडीआरएफ़ को बधाई. एनडीआरएफ़, नौसेना, वायुसेना, रेलवे और राज्य प्रशासन ने बेहतरीन कार्य किया है. ये बहादुरी भरा और सफ़ल अभियान रहा. हमें गर्व है. जय हिंद.