महाराष्ट्र सरकार ने बीते बुधवार सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता के हित में एक बड़ा फ़ैसला लिया. इसके अनुसार, राज्य के इलाकों के नाम बदले जाएंगे, जो नाम जाति आधारित हैं. इनमें महार-वाड़ा, बौद्घ-वाड़ा, मंग-वाड़ा, धोर-विशी, ब्राह्मण-वाड़ा, माली-गली जैसे नाम आम हैं. इस तरह के नाम आमतौर पर ये बताते हैं कि राज्य में एक विशेष समुदाय के सदस्य रहते हैं.

 इन इलाकों के नाम समता नगर, भीम नगर, ज्योतिनगर, शाहूनगर और क्रांति नगर जैसे रखे जाएंगे.

इसके अलावा राज्य सरकार ने ये भी बताया कि दिसंबर 2019 तक हुए राजनीतिक और सामाजिक प्रदर्शनों और आंदोलनों से जुड़े सभी मामले वापस लिए जाएंगे. साथ ही राज्य सरकार ने ऐलान किया कि इस बार महाराष्ट्र विधानसभा का शीत सत्र मुंबई की जगह नागपुर में आयोजित होगा.

आपको बता दें, इससे पहले राज्य सरकार ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर दलित मित्र पुरस्कार का नाम बदलकर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर समाजभूषण पुरस्कार रखा था.