मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए दिन में दो-दो बार मेसेज आते हैं और ज़्यादातर लोग उसे Ignore कर देते हैं. मुंबई की एक प्राइवेट फ़र्म में काम करने वाले शाश्वत गुप्ता को भी ऐसा ही एक मेसेज आया. लेकिन अफ़सोस अपना नंबर आधार से लिंक करने के चक्कर में शाश्वत को लगभग डेढ़ लाख का चूना लग गया.

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शाश्वत के साथ जो चालाकी हुई, उसे उसने अपनी फ़ेसबुक पोस्ट में लिख कर सभी को इस तरह के फ़्रॉड से सतर्क रहने की अपील की.

उसने अपने फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा:

मुझसे कहा गया कि मुझे अपना नंबर आधार कार्ड से लिंक करना है, इसलिए एयरटेल के कस्टमर केयर पर कॉल करना होगा. मैंने ग़लती ये करी कि कस्टमर केयर नंबर उसी से मांग लिया. मेरे लिए एयरटेल के सर्विस डेस्क से आया एक साधारण कॉल था. उसने मुझसे कहा कि अगर मैंने अपना नंबर आधार से लिंक नहीं करवाया, तो मेरा मेरा नंबर बंद कर दिया जाएगा. उसने मुझे मेरा सिम कार्ड का नंबर 121 (एयरटेल का कस्टमर केयर नंबर) पर मेसेज करने को कहा. मैंने जैसे ही अपना नंबर मेसेज किया, मेरे ICICI के सैलरी अकाउंट से 1.30 लाख रुपये निकाल लिए गए. मुझे उस समय समझ आया कि ये सब मेरे सिम कार्ड की क्लोनिंग के लिए हुआ था.

अभी तक मुझे लगता था कि किसी के अकाउंट हैक करने या चोरी करने के लिए कम से कम कुछ तो डिटेल्स चाहिए होंगी, लेकिन इस घटना ने ये साबित कर दिया कि हमारा सिक्योरिटी सिस्टम दिखावटी है. चाहे किसी के पास आपके बैंक से जुड़ी कोई डिटेल्स न हों, लेकिन वो आपके सिम कार्ड नंबर से भी सारी डिटेल्स Access कर सकता है.

मुझे जैसे ही ये मेसेज आया, मैंने फ़ौरन अपने बैंक को इसकी कंप्लेंट लिखवाई और इस पर एक्शन लेने को कहा, लेकिन उनका Response बेहद लचर था और फिर वही हुआ जिसका मुझे डर था. वो Fraudster अगले दिन मेरे खाते से बचे हुए पैसे निकाल कर भी चलता बना और कोई कुछ नहीं कर पाया.

मैं सभी दोस्तो, जाननेवालों और बाकी लोगों को आगाह करना चाहता हूं कि सतर्क रहने में ही भलाई है. और मैं ICICI बैंक से अपने एक-एक पैसे की भरपाई चाहता हूं.

शाश्वत की इस पोस्ट के बाद ICICI ने रिप्लाई कर उसकी मदद करने की बात कही है.

आजकल ये पता लगाना बहुत मुश्किल है कि कौन सही है और कौन ग़लत. कौन आपके लिए सही में मदद करना चाहता है और कौन धोखा देने के मतलब से आपसे बात कर रहा है. सिर्फ़ सतर्कता ही ऐसी घटनाओं से बचा सकती है.